- एलयू के कई विभागों में कैंडीडेट्स ने लगाया गलत मार्किंग का आरोप

- जेआरएफ व नेट क्वालीफाई कैंडीडेट्स के बराबर मौका न देने का आरोप

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में चल रहे पीएचडी एडमिशन के इंटरव्यू को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इंटरव्यू के लिए बुलाए गए कैंडीडेट्स का कहना है कि यूनिवर्सिटी ने एडमिशन के लिए जो ऑर्डिनेंस बनाया है, उसके हिसाब से इंटरव्यू में जेआरएफ और नेट क्वालीफाई स्टूडेंट्स को काफी फायदा मिला रहा है। जबकि नॉन जेआरएफ व नेट कैंडीडेट्स को इससे काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कैंडीडेट्स इसकी शिकायत वाइस चांसलर से करने की तैयारी कर रहे हैं ताकि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो सके। ज्ञात हो कि पीएचडी के नए ऑर्डिनेंस के तहत जेआरएफ और नेट क्वालीफाई स्टूडेंट्स को इंटरव्यू में 20 नंबर का फायदा दिया जा रहा है। वहीं, नॉन जेआरएफ और नेट स्टूडेंट्स को इंटरव्यू में इसका नुकसान उठाना पड़ रहा है।

कैंडीडेट्स ने लगाया असमानता का आरोप

पीएचडी एडमिशन के लिए आए स्टूडेंट्स का कहना है कि इंटरव्यू में काफी धांधली हुई है। विभाग की ओर से इंटरव्यू में अपने चहेतों को काफी फायदा पहुंचाया गया है। 20 नंबर का ग्रेस पाने के बाद भी जेआरएफ कैंडीडेट्स मेरिट में नहीं हैं, ऐसे में उनके नंबर कम किए जा रहे हैं। ऐसे में जो कैंडीडेट्स नॉन जेंआरएफ या नेट नहीं थे, वह इंटरव्यू में बेहतर करने के बाद भी काफी पीछे हो गए हैं। उनका कहना है कि 20 नंबर का फायदा मिलने के कारण जेआरएफ व नेट क्वालीफाई कैंडीडेट्स मेरिट में आगे हो गए हैं।

पूरी प्रक्रिया पर ही संदेह का घेरा

छात्र नेता अनिल यादव ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने पीएचडी एंट्रेंस में उन स्टूडेंट्स का एग्जाम लिया जो जेआरएफ या नेट क्वालीफाई नहीं थे। ऐसे स्टूडेंट को यूनिवर्सिटी ने जेआरएफ और नेट क्वालीफाई करने वाले कैंडीडेट्स के बारबर लाकर खड़ा कर दिया। यूनिवर्सिटी ने ऑर्डिनेंस के आधार पर जेआरएफ और नेट क्वालीफाई कैंडीडेट्स को इंटरव्यू में 20 नंबर का फायदा भी दिया। पर एंट्रेंस एग्जाम के बाद क्वालीफाई हुई नॉन जेआरएफ व नेट कैंडीडेट्स को ऐसा कोई फायदा नहीं दिया गया। जिसका खामियाजा नॉन जेआरएफ व नेट कैंडीडेट्स को इंटरव्यू के मेरिट में उठाना पड़ रहा है।

इंटरव्यू अच्छा होने के बाद भी पीछे होने का डर

अनिल यादव का कहना है कि जेआरएफ और नेट क्वालीफाई कैंडीडेट्स से बेहतर इंटरव्यू होने के बाद भी वह 20 नंबर का ग्रेस न मिलने के कारण एडमिशन प्रक्रिया से बाहर होने के कगार पर खडे़ है। अनिल यादव ने बताया कि इस मामले की गंभीरता से कराने के लिए वीसी से ज्ञापन देंगे ताकि नॉन जेआरएफ व नेट कैंडीडेट्स को फायदा हो सके।