510 शहरों में कराया गया एग्जाम

11 भाषाओं में कराया गया एग्जाम

13.36 लाख कैंडीडेट्स ने दिया एग्जाम

- नीट में फिजिक्स के सवालों ने स्टूडेंट्स को किया काफी परेशान

- कैलकुलेशन टफ होने के कारण स्टूडेंट्स को लगा अधिक समय

LUCKNOW:

देश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में एडमिशन के लिए रविवार को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) आयोजित किया गया। इस बार फिजिक्स के कठिन सवालों और लम्बे कैलकुलेशन को देख कैंडीडेट्स के पसीने छूट गए। जिससे कई स्टूडेंट्स ने सवालों को बिना हल किए ही पेपर छोड़ दिया। हालांकि बायोलॉजी के आसान पेपर को देख छात्रों ने राहत महसूस की। केमिस्ट्री के प्रश्न ओवरऑल ठीक थे।

आए टफ कैलकुलेशन

नीट के लिए राजधानी में 43 केंद्र बनाए गए थे जिन पर करीब 30 हजार छात्रों ने परीक्षा दी। परीक्षा देकर निकले छात्रों ने फिजिक्स के पेपर को कठिन बताया। छात्रों के मुताबिक 6 प्रश्नों के कैलकुलेशन इतने लंबे थे जिसकी वजह से कई प्रश्न छोड़ने पड़े। अधिकांश छात्रों ने कई फिजिक्स के सवालों को लंबा बताते हुए छोड़ दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि इस विषय के 24 प्रश्न 12वीं कक्षा के कोर्स से 21 प्रश्न 11वीं कक्षा के कोर्स से पूछे गए थे। इस पेपर में 34 प्रश्न आसान थे।

केमिस्ट्री का पेपर औसत

केमिस्ट्री के सवाल न ज्यादा कठिन थे और न ही आसान। हां, कुछ ऐसे प्रश्न पूछे गए थे जिसे हल करने में छात्रों को थोड़ी मुश्किल हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि 20 प्रश्न 12वीं कक्षा के पाठयक्रम से और 20 11वीं से पूछे गए थे। इसमें एक कठिन 20 मॉडरेट और 24 आसान सवाल पूछे गए थे। वहीं, बायोलॉजी के आसान पेपर ने छात्रों को राहत दी। पेपर में कुल 180 प्रश्न पूछे थे। निगेटिव मार्किग की वजह से छात्रों ने ज्यादातर फिजिक्स के सवालों को बिना अटेंप्ट किए ही छोड़ दिया। विशेषज्ञों ने भी बायालॉजी को सबसे आसान बताया। इस विषय के 46 प्रश्न 12वीं कक्षा से और 44 प्रश्न 11वीं कक्षा से पूछे गए थे।

180 में से 170 प्रश्न एनसीईआरटी के सिलेबस से

परीक्षा में 180 ऑब्जेक्टिव टाइप के फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय से प्रश्न पूछे गए। विशेषज्ञों का कहना है कि 180 में से 170 प्रश्न एनसीईआरटी के सिलेबस से पूछे गए थे। वहीं 10 प्रश्न उलझाऊ थे। कुल 110 प्रश्न आसान, 45 प्रश्न मॉडरेट और 25 प्रश्न कठिन पूछे गए थे।

60 हजार को मिलेगा दाखिला

नीट परीक्षा देश के 150 शहरों में आयोजित की गई। इसमें कुल 13.36 लाख कैंडीडेट्स ने परीक्षा दी। परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों में से 60 हजार योग्य उम्मीदवारों का चयन देश के शीर्ष एमबीबीएस कॉलेज के लिए किया जाएगा। परीक्षा 11 भाषाओं में आयोि1जत की गई।

दिखी सख्ती, केंद्रों पर जैमर

सीबीएसई ने पहले ही नीट परीक्षा के लिए विशेष निर्देश जारी कर दिए थे। जिसमें छात्र हाफ.शर्ट या टीशर्ट और छात्राओं को सलवार सूट में आना था। लगभग सभी कैंडीडेट्स ने हल्के रंग के ही कपड़े पहने थे। परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले छात्रों की कड़ी चेकिंग की गई। जिन छात्रों ने राशि के अनुसार अंगुठी पहनी थी आयोजकों ने उसे भी उतरवा लिया। वहीं, परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए गए थे, जिससे कोई गड़बड़ी न हाे सके।

पेपर काफी कठिन आया था। खासकर फिजिक्स का सेक्शन, इसमें मुश्किल सवाल पूछे गए थे। इस वजह से पूरा पेपर टफ हो गया।

- आकांक्षा

जिस तरह से तैयारी की थी, उस उम्मीद का पेपर नहीं हो सका है। बॉयोलॉजी का सेक्शन सरल था लेकिन वह काफी लंबा था, इसलिए हल करने में अधिक समय लगा।

- धात्री

बायोलॉजी और केमिस्ट्री केसवाल बहुत उलझाऊ नहीं थे। हालांकि फिजिक्स काफी कठिन थी। प्रश्न पत्र पूर सिलेबस से आया था।

- कृतिका

फिजिक्स के प्रश्न थोड़े उच्च स्तरीय थे। इसलिए हल करने में दिक्कत हुई। टॉपिक को लेकर जिनके कांसेप्ट क्लियर होंगे। उनका पेपर अच्छा हुआ होगा।

- रितेश

6 प्रश्नों के कैलकुलेशन इतने लंबे थे जिसकी वजह से कई प्रश्न छोड़ने पड़े। हालांकि बाकि पार्ट काफी आसान आए थे।

- समीक्षा

7- फिजिक्स के सवाल सबसे ज्यादा कठिन थे। इस विषय के 24 प्रश्न 12वीं कक्षा के कोर्स से 21 प्रश्न 11वीं कक्षा के कोर्स से पूछे गए थे।

- सारा