लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू में शुक्रवार को एक हैरान और परेशान करने वाला मामला सामने आया। दरअसल, यहां के शताब्दी फेज-2 परिसर में एक स्ट्रीट डॉग मुंह में कटा हुआ हाथ लेकर घूमता नजर आया। यह नजारा देख वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। घटना की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस घटना ने संस्थान में मानव अंग निस्तारण की प्रक्रिया और सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर दिए है। आला अधिकारियों को भी काफी देर तक इस घटना की जानकारी नहीं हुई। बाद में सूचना मिलने पर कटे हुए मानव अंग को लेकर विधिवत कार्यवाही की बात कही गई।

अधिकारियों ने नहीं उठाई जहमत

इस घटना से साबित होता है कि केजीएमयू में इंसानों के कटे अंगों के निस्तारण के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इंसान के कटे अंग खुले में ही फेंके जा रहे हैं। मामले को लेकर कई तीमारदारों ने अधिकारी व कर्मचारियों से शिकायत भी की, पर किसी ने डॉग को भागने की जहमत नहीं उठाई। इस दौरान कुछ लोगों ने साहस करते हुए पहले डॉग को दौड़ाया, जिसके चलते वह कटा अंग छोड़कर भाग गया। इसके बाद लोगों ने अधिकारियों को सूचना दी, लेकिन कोई नहीं आया। इसके बाद लोग वहां से हट गए, जिसके बाद डॉग दोबारा आया और वहां पड़े कटे हाथ को लेकर भाग गया और नोचने लगा।

सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

केजीएमयू के शताब्दी फेज-2 में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज आते हैं। ऐसे में, यह घटना संस्थान पर कई सवाल खड़े कर रही है, क्योंकि कटे हुए अंगों का निस्तारण करने की अलग प्रक्रिया है। ऐसे में, कटा हुआ अंग मिलना और एक स्ट्रीट डॉग द्वारा पूरे परिसर में उसे लेकर घूमना सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर सकता है। अधिकारियों के मुताबिक, फिलहाल अज्ञात अंग मानकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। मामले को लेकर पुलिस को भी जानकारी दी जाएगी, ताकि पता चल सके कि यह अंग किसका है और कहां से आया है।

प्रथम दृश्टया ऐसा लग रहा है कि अंग कहीं बाहर से लाया गया है। अंग को प्राप्त कर लिया गया है। इसके विधिवत निस्तारण की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है।

-डॉ। सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू