लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण के लिए प्लास्टिक निस्तारण प्लांट लगाने का काम किया जाएगा। इस बाबत निगम प्रशासन की ओर से कार्ययोजना तैयार की जा रही है। सूरत की तर्ज पर राजधानी में प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण प्लांट लगानेे का काम होगा। हाल में ही महापौर सुषमा खर्कवाल ने सूरत में लगे प्लास्टिक प्रोसेसिंग प्लांट को देखा था और उसके बाद लखनऊ में इसी तरह का प्लांट लगाने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए थे।

100 टन प्रतिदिन प्रोसेसिंग

सूरत नगर निगम में संचालित प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण प्लांट की क्षमता रोज 100 टन की है। यहां भी जो प्लांट लगाने की तैयारी है, उसकी क्षमता भी इतना ही रखने की तैयारी है। इस प्लांट के द्वारा प्लास्टिक रीसाइकिलिंग प्रोसेस को 6 अहम पड़ावों शार्टिंग एंड सेग्रीगेशन, प्राइमरी वॉशिंग, शेडिंग एंड क्लीनिंग, हॉट एयर ड्राइंग आदि के माध्यम से पूरा किया जाता है।

वेस्ट कलेक्शन में भी रफ्तार

प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण के साथ घरों से निकलने वाले वेस्ट के निस्तारण के लिए कदम बढ़ा दिए गए हैैं। निगम की ओर से चयनित कंपनी की ओर से वेस्ट कलेक्शन का काम शुरू किया गया है। वेस्ट कलेक्शन के लिए पर्याप्त संसाधन और मैनपावर लगाया गया है। वहीं, शिवरी में लगे लाखों मीट्रिक टन वेस्ट के ढेर के निस्तारण के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।

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सरोजनीनगर में अमौसी रोड पर अवैध व्यावसायिक निर्माण सील

एलडीए प्रवर्तन जोन-3 की टीम ने गुरुवार को सरोजनीनगर में अमौसी रोड पर एक अवैध व्यावसायिक निर्माण पर सीलिंग की कार्यवाही की। प्रवर्तन जोन-3 के जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी ने बताया कि राजभान सिंह व अन्य द्वारा सरोजनीनगर में अमौसी रोड पर लगभग 1500 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखंड पर व्यावसायिक उपयोग हेतु बेसमेंट, भूतल व प्रथम तल पर दुकानों व हॉल आदि का निर्माण कराया गया था। प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराये बिना किये जा रहे इस अवैध निर्माण के विरुद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे। उक्त आदेश के अनुपालन में सहायक अभियंता अनिल कुमार के नेतृत्व में टीम ने निर्माणाधीन भवन को सील कर दिया।