- राममंदिर के भूमिपूजन का मुहूर्त 12 बजकर 15 मिनट 15 सेकेंड से 12 बजकर 15 मिनट 47 सेकेंड तक

- आधारशिला के रूप में रखी जाएंगी पांच नक्षत्रों की परिचायक पांच रजत शिलाएं

न्ङ्घह्रष्ठ॥ङ्घन् : रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण सदियों का स्वप्न साकार होने जैसा है। ऐसे में मंदिर निर्माण शुरू करने के मुहूर्त की अहमियत समझी जा सकती है। श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भूमिपूजन की तारीख तय करने से पूर्व ही भूमिपूजन के शुभ मुहूर्त की ओर पूरा ध्यान दिया। ट्रस्ट के ही अनुरोध पर काशी के प्रख्यात विद्वान पं। गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने विद्वानों से मंत्रणा के बाद भूमिपूजन का मुहूर्त पांच अगस्त को मध्याह्न 12 बजकर 15 मिनट और 15 सेकेंड से अगले 32 सेकेंड के लिए सुनिश्चित किया है। प्रधानमंत्री इसी 32 सेकेंड की अवधि में राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे। आधारशिला स्थापन में भी शास्त्रीयता का पूरा ध्यान रखा गया है। रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्रदास के अनुसार नंदा, जया, भद्रा, रिक्ता एवं पूर्णा के रूप में पांच शिलाओं का पूजन किया जाएगा और उन्हें मंदिर की नींव में स्थापित किया जाएगा। ये शिलायें चांदी की होंगी और ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास इन्हें तैयार भी करवा चुके हैं। पूजन तो पहले हो जाएगा, परंतु प्रधानमंत्री शिलाओं को नींव में 32 सेकेंड के सुनिश्चित मुहूर्त की अवधि में ही स्थापित करेंगे। भूमिपूजन अनुष्ठान का संयोजन कर रहे आचार्य इंद्रदेव के अनुसार अनुष्ठान की शुरुआत सोमवार को सुबह 10 बजे गणपति पूजन से होगी। अगले दिन यानी मंगलवार को रामार्चा पूजन एवं रामार्चा की कथा के साथ नवग्रह पूजन होगा। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री के परिसर में प्रवास की अवधि पूर्वाह्न 11 बजे से मध्याह्न एक बजे के बीच प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री इस अवधि में भूमिपूजन के साथ संतों से बातचीत करेंगे तथा परिसर का निरीक्षण भी कर सकते हैं।