- गैंगवार में शूटर की गोली से घायल शाहिद जाफरी मर्डर केस में था वांछित

- ट्रॉमा सेंटर में पुलिस निगरानी में वांछित शाहिद जाफरी

- वर्ष 2013 के मर्डर केस में कई वर्षो से तलाश थी पुलिस

mayank.srivastava@inext.co.in

LUCKNOW : राजधानी पुलिस के खेल भी निराले हैं। वजीरगंज पुलिस जिस वांछित को 6 वर्षो से तलाश नहीं कर सकी उसे शूटरों ने न केवल ढूंढ निकला बल्कि उसे गोली मारकर घायल कर कर दिया। कई वर्षो से वह शहर में बेधड़क घूम रहा था और उसी पते पर रह रहा था, जहां पर वजीरगंज पुलिस ने 82 की नोटिस तामिल कराई थी। गैंगवार की घटना के बाद जागी पुलिस ने वांछित शाहिद जाफरी को ट्रॉमा सेंटर में पुलिस निगरानी में ले लिया है। शाहिद के ठीक होते ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

हत्या के मामले में चल रहा था वांछित

हजरतगंज स्थित एसएसपी कैंप ऑफिस से चार सौ मीटर की दूरी पर गैंगवार में शूटर की गोली से घायल बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का प्रतिनिधि हत्या के केस में 6 वर्षो से वांछित चल रहा था। वर्ष 2013 में वजीरगंज में गोली कांड में एक युवक की हत्या हुई थी, जिसमें शाहिद जाफरी नामजद हुआ था। उसके खिलाफ वजीरगंज थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी। मामले की जांच कुछ दिन बाद सीबीसीआईडी को ट्रांसफर हो गई थी। अप्रैल में जांच एसआईटी के पास आ गई थी। शाहिद इस केस में वांछित चल रहा था और उसके खिलाफ एनबीडब्लू के साथ-साथ 82 का भी तामिला हो चुका था। हैरत की बात तो यह है कि जिस पते पर वजीरगंज पुलिस ने 82 का तामिला किया था शाहिद उसी पते पर रह रहा था, लेकिन पुलिस उसे तलाश नहीं कर सकी।

वांछित शाहिद पुलिस निगरानी में

गैंगवार में घायल शाहिद को अब पुलिस ने ट्रामा में निगरानी में रखा है। उसके ठीक होने के बाद वजीरगंज पुलिस उसकी गिरफ्तारी कर सकती है। वहीं घायल शाहिद ने देर रात हजरतगंज पुलिस को अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले की तहरीर दी, जिसमें उसने पूर्व सांसद धनंजय सिंह, बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह और दो अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज कराया है। सूत्रों के मुताबिक नामजद तहरीर देने में शाहिद ने करीब तीन घंटे का समय लिया।

जमीन और मिट्टी खनन का विवाद

सूत्रों के मुताबिक शाहिद का दूसरे पक्ष से शहीद पथ पर एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसे लेकर पंचायत भी हुई थी। इसके अलावा बताया जा रहा कि शाहिद के पास उसी एरिया में मिट्टी खनन का ठेका है, जिस पर वह खनन का काम कर रहा था, लेकिन दूसरा पक्ष खनन के काम को बंद करने का दबाव बना रहा था। हालांकि इन दोनों मामलों की भी पुलिस पड़ताल कर रही है।

वर्चस्व के बाद कारोबार की जंग

शाहिद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का प्रतिनिधि है। उस पर हुए जानलेवा हमले में उसने पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर आरोप लगाया है। दोनों ग्रुप के बीच करीब तीन दशक से जंग चल रही है। कभी यह जंग वर्चस्व को लेकर चलती थी। वर्तमान में वर्चस्व की लड़ाई अब कारोबार तक पहुंच गई है। तीन दशक से चल रहे गैंगवार में अब तक दर्जन भर लोगों की हत्या हो चुकी है। हाल ही में बाहुबली के करीबी मुन्ना बजरंगी, उसके साले पुष्पजीत और तारिक की हत्या हुई है। शाहिद पर जानलेवा हमला भी इसी कड़ी का हिस्सा है।

कोट

शाहिद जाफरी वजीरगंज थाने में दर्ज वर्ष 2013 के एक मर्डर केस का आरोपी है। इस केस की जांच एसआईटी कर रही है। इससे पूर्व जांच सीबीसीआईडी के पास थी, जोकि अप्रैल में जांच एसआईटी को ट्रांसफर हो गई। शाहिद वांछित था। उसके खिलाफ 82 का तामिला हो चुका है। ट्रॉमा सेंटर में उसे पुलिस निगरानी में रखा गया है। ठीक होते ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

विकास चंद्र त्रिपाठी, एसपी पश्चिम