लखनऊ (ब्यूरो)। Lucknow Crime News: सुल्तानपुर के चौक ठठेरी बाजार में ज्वैलरी कारोबारी भरत सोनी की दुकान में दिन दहाड़े डकैती की घटना ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया। इस घटना ने सात साल पहले लखनऊ के चौक इलाके में मुकुंद ज्वैलर्स के यहां हुई वारदात की याद को ताजा कर दिया। मुकुंद ज्वैलरी के यहां जिस तरह बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था, उसी तर्ज पर सुल्तानपुर के ज्वैलरी कारोबारी भरत सोनी के यहां भी वारदात हुई। दोनों वारदातों में हथियारबंद बदमाशों ने चेहरे को हेलमेट और गमछे से कवर कर रखा था। दोनों जगहों पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। दोनों वारदातों को चंद मिनटों में अंजाम दिया गया था। मुकुंद ज्वैलर्स के यहां वारदात को अंजाम देने वाले चार बदमाशों को पुलिस ने पकड़ लिया था जबकि कुछ आज भी फरार हैं।

लखनऊ कनेक्शन पर काम कर रही पुलिस

सुल्तानपुर में हुई सनसनीखेज वारदात में शामिल अपराधियों तक पहुंचने के लिए स्थानीय पुलिस के साथ-साथ एसटीएफ को भी लगाया गया है। एडीजी लॉ एंड आर्डर समेत शासन से आला अफसर भी मौके पर पहुंच गए। सूत्रों के मुताबिक, सुल्तानपुर में हुई डकैती के पैटर्न को सात साल पहले लखनऊ में हुई मुकुंद ज्वैलर्स के यहां वारदात से जोड़ कर देखा जा रहा है। साथ ही उस वारदात में गिरफ्तार होने वाले बदमाशों की कुंडली के साथ-साथ, जो अपराधी फरार हैं, उनका भी सुराग लगाया जा रहा है।

सीसीटीवी में कैद हुई थी पूरी वारदात

चौक के मुकुंद ज्वैलर्स की दुकान पर लूट का सीसीटीवी फुटेज पूरी वारदात कैद हुई थी। हेलमेट पहने बदमाश दुकान में घुसे थे। पहले बदमाशों को रोकने की कोशिश हुई, धक्का मुक्की भी हुई थी, लेकिन रिवॉल्वर और पिस्तौल से लैस बदमाशों के आगे दुकान पर बैठा कोई भी शख्स मुकाबला नहीं कर पाया था। बदमाशों ने लगभग 40 किलो सोना लूट लिया और जितना भी कैश था सब भरकर चलते बने। चौक की यह वारदात लखनऊ के इतिहास की सबसे बड़ी लूट बताई गई थी। सीसीटीवी फुटेज आने के बाद पुलिस अपराधियों तक पहुंची और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लूट का माल भी बरामद किया था, लेकिन पूरे माल की बरामदगी व वारदात में शामिल कुछ अपराधियों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी है।

क्या था पूरा मामला

-रात करीब 8.45 बजे 8 बदमाश मुकुंद ज्वैलर्स शॉप में घुस गए। सभी के पास हथियार थे।

-लुटेरों ने गन प्वाइंट पर शॉप ओनर प्रवीण रस्तोगी और उनके बेटे जीतांशु समेत शॉप के सभी इम्प्लॉइज को बंधक बना लिया।

-2 बदमाशों ने प्रवीण और जीतांशु को गन प्वाइंट पर रखा और बाकी साथी बोरों में ज्वैलरी और कैश भरते रहे।

-प्रवीण ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो बदमाशों ने पिस्टल के बट से उनका सिर फोड़ दिया और जीतांशु के पैर में गोली मार दी।

-इस दौरान दुकान के सभी इम्प्लॉई सीढ़ियों के नीचे छुपे बैठे रहे।