लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में 43 ऐसे इनामी बदमाश हैं, जो पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। इनके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, दुष्कर्म, धोखाधड़ी समेत अन्य कई संगीन धाराओं में केस दर्ज है। लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से दूर होने के बाद लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने इनपर इनाम घोषित किया है। हालांकि, पुलिस अधिकारियों का दावा है कि इन अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

5 से 50 हजार तक का इनाम

पुलिस के मुताबिक, ये वे अपराधी हैं, जिनके खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में एक से अधिक कई संगीन धाराओं में केस दर्ज हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ये अपराधी इतने शातिर हैं कि कई बार पुलिस को चकमा दे चुके हैं। जिसके बाद इनको अलग-अलग कैटेगरी में बांटकर इनाम घोषित किया गया है। किसी पर पांच हजार तो किसी अपराधी पर 50 हजार रुपये का इनाम है।

एक साल में 29 पकड़े

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एक समय इनामी बदमाशों की एक लंबी चौड़ी लिस्ट हुआ करती थी, जो हमेशा से पुलिस के लिए सिरदर्द बने रहते थे। हालांकि, पुलिस ने लगभग एक साल में इन पर सख्ती बरतते हुए बाद में 29 से अधिक इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद इनामी बदमाशों का आंकड़ा काफी कम हो गया था। पर जब फिर से इनकी लिस्ट खंगाली गई तो रिकार्ड में 43 इनामी बदमाश पकड़े से दूर मिले।

10 साल से फरार बदमाश

अधिकारियों के मुताबिक, लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस में पांच हजार के सबसे ज्यादा इनामी बदमाश हैं। इसके बाद 25 हजार और 10 हजार के इनामी बदमाशों का नंबर आता है। ये भी बताया गया कि इनमें कई अपराधी ऐसे भी हैं, जो पिछले 10 साल से ज्यादा समय से फरार चल रहे हैं। पुलिस अभी तक इन इनामी बदमाशों को पकडऩे में नाकाम रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इनको पकडऩे के लिए स्पेशल टीमों का गठन भी किया गया है, जो अपने स्तर पर काम कर रही हैं।

इन संगीन धाराओं में मुकदमा

-हत्या, आम्र्स एक्ट

-हत्या का प्रयास

-दुष्कर्म

-लूट

-डकैती

-धोखाधड़ी

-अपहरण

कितने इनामी बदमाश

05 हजार 17

10 हजार 06

15 हजार 03

20 हजार 03

25 हजार 08

50 हजार 06

इनामी अपराधियों को पकडऩे के लिए टीम लगातार काम रही है, लेकिन ये अपराधी इतने शातिर हैं कि आए दिन अपनी लोकेशन बदलते रहते हैं। इनमें से कई की लोकेशन भी मिली, लेकिन वे पकड़ में नहीं आ सके। इन अपराधियों को पकडऩे के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है। जल्द ही इनको पकड़ा जाएगा।

-अपर्णा रजत कौशिक, डीसीपी सेंट्रल