- 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे चंद्रशेखर आजाद, देर शाम लौटे

LUCKNOW :

69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण को लेकर हंगामा बढ़ता जा रहा है। ईको गार्डन में अभ्यर्थियों के समर्थन में सोमवार को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर समर्थकों के साथ पहुंच गए और विधानभवन के घेराव का एलान किया। इसके बाद ईको गार्डन व विधान भवन के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई। पुलिस ने चंद्रशेखर को ईको गार्डन का गेट बंदकर भीतर ही रोके रखा। देर शाम चंद्रशेखर वापस रवाना हो गए। अभ्यर्थियों की नाराजगी और हंगामा बढ़ता देख एडीसीपी मध्य राजेश कुमार श्रीवास्तव ने उनसे बात की। काफी देर तक अभ्यर्थियों को समझाने का प्रयास किया गया। एडीसीपी ने बताया कि अभ्यर्थियों की समस्या के निस्तारण के लिए एक कमेटी गठित हुई है। मंगलवार को अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल कमेटी से मुलाकात करेगा। आश्वासन पर सभी शांत हो गए।

पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोका

इससे पहले भीम आर्मी चीफ व उनके समर्थकों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाई। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर हंगामा हुआ। दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की जारी रही। चंद्रशेखर बैरिकेडिंग के ऊपर चढ़कर माइक से प्रदर्शनकारियों व अभ्यर्थियों संबोधित कर आगे बढ़ने की अपील कर रहे थे। इस दौरान सरकार विरोधी नारे लगाए गए।

कई दिनों से चल रहा प्रदर्शन

बेसिक शिक्षा विभाग में चल रही 69 हजार शिक्षक भर्ती के हजारों ओबीसी अभ्यर्थी ईको गार्डन में कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकारी कर्मचारियों पर शिक्षक भर्ती में आरक्षण के नियमों की कथित अनदेखी को लेकर हो रहे इस प्रदर्शन की अगुआई चंद्रशेखर कर रहे हैं। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर सोमवार दोपहर धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने प्रदेश सरकार को दोपहर दो बजे तक मांगों को पूरा करने का समय दिया। उन्होंने कहा कि सरकार आरक्षण के संबंध में अपना फैसला ले, अन्यथा लखनऊ में बहुत बड़ा आंदोलन होगा। चंद्रशेखर ने कहा कि एक विचारधारा के लोग ही यहां अपना वर्चस्व बनाए हुए हैं। ऐसे में वंचितों को न्याय कहां से मिलेगा? यहां वंचितों को सिर्फ गुमराह किया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे कुछ करे, लेकिन हम अपना अधिकार लिए बगैर यहां से नहीं जाएंगे।

रिपोर्ट पर शुरू हुआ प्रदर्शन

29 अप्रैल को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की आरक्षण घोटाले की रिपोर्ट जारी होने के साथ ही मामले ने तूल पकड़ा है। अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा मंत्री से लेकर निदेशक कार्यालय तक प्रदर्शन कर चुके हैं।