- गुडंबा इलाके में बच्ची चोरी कर भाग रहा आरोपी को लोगों ने दबोचा

- लोग पुलिस के प्रति आक्रोशित, दी थाना घेराव की चेतावनी

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रुष्टयहृह्रङ्ख : देश के टॉप थ्री थाने में नाम शुमार करने वाली गुडंबा पुलिस बच्चा चोरी के मामले में कितनी संवेदनशील है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि डेढ़ साल की मासूम बच्ची को एक युवक दादी के सामने उठा कर भाग निकला। घटना की जानकारी मिलते ही मोहल्ले के लोगों ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी। घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर आरोपी को बच्ची के साथ दबोच लिया। लोगों ने आरोपी को पुलिस के हवाले भी किया, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय आरोपी व उसके दो अन्य साथियों के विरुद्ध महज शांति भंग की कार्रवाई कर मामले पर पर्दा डाल दिया।

टॉफी देकर बच्ची को लेकर गया

गुडंबा के अलकापुरी कॉलोनी निवासी ललित सोनी कुर्सी रोड पर एनवाईटर, बैट्री की दुकान चलाते हैं। ललित के मुताबिक मंगलवार शाम 7 बजे उसकी बेटी सिद्धि सोनी (डेढ़ वर्ष) घर के पास खेल रही थी। तभी एक युवक आया और बच्ची को टॉफी देकर उसे गोद में उठा लिया। थोड़ी देर तक खिलाने के बाद वह बच्ची को लेकर जाने लगा यह देख बच्ची की बड़ी बहन रिद्धि (5) ने दादी सुषमा सोनी को बताया। दादी ने शोर मचाते हुए उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन आरोपी भाग निकला। दादी के शोर मचाने पर आस पास के लोगों ने आरोपी और बच्ची की तलाश शुरू की। घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर कुर्सी रोड पर लोगों ने आरोपी को पकड़ कर बच्ची को उसके चंगुल से छुड़ा लिया।

बाइक सवार साथी फरार

लोगों का कहना है कि पकड़ा गया आरोपी बच्ची के साथ कुर्सी रोड क्रास करने की कोशिश कर रहा था। रोड की दूसरी तरफ उसका एक और साथी बाइक से खड़ा था। आरोपी के पकड़े जाने पर वह भाग निकला। सीसीटीवी फुटेज में भी आरोपी किसी से फोन पर बात करते हुए दिख रहा है।

तीन दिन से की जा रही थी रेकी

पीडि़त के मुताबिक पकड़े गए आरोपी का एक साथी अपनी कथित पत्‍‌नी के साथ तीन दिन पहले पड़ोस के एक मकान को किराए पर लेकर रह रहे थे। घटना के दिन आरोपी पहले उनके घर आया बाद में बच्ची को लेकर जा रहा था। लिहाजा लोगों ने रेकी करने की भी आशंका जाहिर की है।

दरोगा ने लिखवाया नहीं चाहते कार्रवाई

पीडि़त पिता का कहना है कि उसने कार्रवाई के लिए पुलिस को तहरीर दी, लेकिन दरोगा ने अगले दिन थाने बुलाकर यह लिखवा लिया कि पुलिस अपनी तरफ से कार्रवाई करेगी, लिहाजा वह लिख कर दे दें कि वह आरोपी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं चाहता है। पीडि़त का यह भी आरोप है कि दरोगा ने कहा कि यदि तुम कार्रवाई कराओगे तो कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने पड़ेंगे।

सीसीटीवी फुटेज ने इंस्पेक्टर की थ्योरी की खोली पोल

इंस्पेक्टर गुडंबा फरीद अहमद का कहना है कि बच्ची का अपहरण नहीं हुआ था। आरोपी नशे में था और वह बच्ची को घर के पास ही खिला रहा था। उसकी मंशा अपहरण की नहीं थी। लिहाजा उसका और उसके दो अन्य साथियों का शांति भंग में चालान किया गया, लेकिन करीब 300 मीटर की गली में लगे तीन सीसीटीवी फुटेज ने इंस्पेक्टर की थ्योरी को झूठा साबित कर दिया।

पुलिस पड़ताल में शुभम निकला मेराज

लोगों के मुताबिक जब उसे पकड़ कर पूछताछ की गई तो वह खुद का नाम शुभम निवासी सीतापुर बता रहा था, लेकिन थाने पर उसके पास से बरामद आधार कार्ड से उसकी पहचान मेराज नाम से हुई।