- चार टीमें लगाई गई, फोन पर भी नहीं हो रहा संपर्क

- विजिलेंस टीम ने कबरई थाने में की पड़ताल, आज आएगी एसआइटी

- सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल, वायरल ऑडियो-वीडियो जांच में शामिल

रून्॥ह्रक्चन् : अपराधियों का पीछा करने वाली पुलिस अब आईपीएस मणिलाल पाटीदार की तलाश में जुटी है। इस काम में कई टीमें लगाई गई हैं। एडीजी प्रयागराज जोन पे्रमप्रकाश ने बताया कि पूर्व एसपी की तलाश की जा रही है। वह न तो नोटिस का जवाब दे रहे और न ही फोन पर आ रहे हैं। वह नई तैनाती स्थल भी नहीं पहुंचे। भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किए महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर क्रशर कारोबारी इंद्रकांत की हत्या का भी मामला दर्ज है।

दस्तावेज की जांच की

मंगलवार शाम कानपुर से एसपी विजिलेंस हरदयाल सिंह की अगुवाई में पहुंची टीम ने कबरई थाने में एसपी अरुण श्रीवास्तव से मुलाकात की और व्यापारी प्रकरण में हुई जांच के संबंध में जानकारी लेकर दस्तावेज जांचे। यहां के बाद टीम ने दिवंगत व्यापारी के घर जाकर कारोबारी की पत्नी रंजना व भाई रविकांत से शिकायती पत्र, वायरल वीडियो, गोली कांड और कारोबारी के निधन के बारे में पूछताछ की।

डीजीपी के निर्देश पर मामले की पड़ताल के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) भी बुधवार को महोबा आ रही है। एसपी महोबा अरुण कुमार श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की है। टीम की अगुआई आइजी वाराणसी रेंज विजय सिंह मीणा कर रहे हैं। उनके साथ डीआईजी शलभ माथुर और एसपी अशोक त्रिपाठी भी होंगे।

पूछताछ में जुटी पुलिस

एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दिवंगत कारोबारी के साले कबरई निवासी ब्रजेश शुक्ला से कबरई थाने बुलाकर दो घंटे पूछताछ की गई है। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज, सर्विलांस टीम से मिली कॉल डिटेल, पूर्व में वायरल हुए ऑडियो-वीडियो को भी जांच में शामिल किया गया है।

ये है मामला

क्रशर कारोबारी ने सात सितंबर को वीडियो वायरल कर तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर साढ़े छह लाख रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए उनसे जान का खतरा बताया था। आठ सितंबर को ही कारोबारी को गोली लग गई। इस बीच एसपी निलंबित कर दिए गए। दूसरे दिन ही दो थाना प्रभारियों समेत चार को निलंबित कर दिया गया और एसपी समेत तीन पुलिसकर्मियों पर भ्रष्टचार का मुकदमा दर्ज किया गया। कारोबारी की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप मणिलाल पर लगा। 13 सितंबर को कारोबारी की मौत के बाद आइपीएस व अन्य आरोपितों पर दर्ज मुकदमा हत्या की धाराओं में तब्दील कर दिया गया।