- ब्लैक फंगस इंजेक्शन की कालाबाजारी में गिरफ्तार गिरोह का मामला

LUCKNOW:

ब्लैक फंगस और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में पकड़े गए गिरोह में शामिल एनजीओ संचालिका के बारे में वजीरगंज पुलिस की टीमें साक्ष्य जुटाने के साथ उसकी तलाश भी कर रही है। एनजीओ संचालिका ग्राहकों से फोन पर बात करके उन्हें इंजेक्शन के बारे में जानकारी देती थी।

नाका की रहने वाली

इंस्पेक्टर वजीरगंज धनंजय पांडेय ने बताया कि एनजीओ संचालिका मेडिकल व्यवसायी राकिब की दोस्त है। वह नाका क्षेत्र की रहने वाली है। राकिब की बीते दो साल से उससे दोस्ती है। राकिब ने ही उसकी लोहिया अस्पताल के डॉ। वामिक हुसैन से मुलाकात कराई थी। राकिब का मानना था कि जब महिला गिरोह में जुड़कर इंजेक्शन के जरूरतमंद तीमारदारों से फोन और वाट्सएप पर बात करेगी तो लोग जल्दी विश्वास कर लेंगे। एनजीओ संचालिका लोगों से बात करके ग्राहक तैयार करती थी। इसके बाद डा। वामिक और राकिब को ग्राहकों की जानकारी देती थी। राकिब और डॉ। वामिक इंजेक्शन आरिफ और राजेश को उपलब्ध कराते थे। यह दोनों इंजेक्शन की डिलीवरी देने जाते थे। पुलिस साक्ष्य पूरे होते ही तत्काल उसकी गिरफ्तारी करेगी।