- कोविड प्रोटोकाल की गाइडलाइन का पालन करें

LUCKNOW: रमजान जैसे पवित्र माह में हर मुसलमान मर्द और औरत की ख्वाहिश होती है कि वह खैर, बरकत, रहमत, मगफिरत वाले दिनों और रातों में अपने खुदा पाक की ज्यादा से ज्यादा इबादत करके उसकी खुशी हासिल करें ताकि उसकी दुनिया और आखिरत संवर जाये। जुमे का दिन और उसकी जमाअत मुसलमानों के नजदीक बहुत अहम है। वह उसको अदा करने का बहुत एहतिमाम करते हैं। वह रमजान के आखिरी जुमे की नमाज को खुसूसी अहमियत देते हैं। मस्जिदों में बहुत बड़ी जमाअतें होती हैं, लेकिन गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी अंतरराष्ट्रीय महामारी कोरोना वायरस का कहर मचा है। उसकी वजह से एकत्रित होकर इबादतों पर सरकारी पाबंदी लगी है।

एडवाइजरी को करें अमल

इन ख्यालात का इज्हार इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया फरंगी महल के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली इमाम ईदगाह लखनऊ ने किया। उन्होंने कहा कि इस्लामी शरीअत के आदेश और हिदायत के अनुसार हम अपनी इबादत सरकारी आदेशों के अनुसार कर रहे हैं इसलिए अलविदा की नमाज के सिलसिले में गत दिनों इस्लामिक सेंटर की जारी की हुई एडवाइजरी पर अमल करें, जिसमें कहा गया है

1. जो 5 लोग मस्जिद में नमाज अदा कर रहे हैं वही उस मस्जिद में अलविदा जुमा की नमाज अदा करें।

2. जिस घर में 4 हजरात हों वह अपने घर में ही अलविदा की नमाज पढ़ें।

3. जहां 4 से कम हजरात हों वह पहले की तरह जुहर की नमाज अदा करें।

4. जुमे की नमाज से पहले खुतबा पढ़ना वाजिब है।

5. अगर किसी को खुतबा याद न हो और खुतबे की कोई किताब भी न हो तो वह पहले खुतबे में सूरह फातिहा और सूरह अखलास पढ़ें और दूसरे खुतबे में दुरूद शरीफ के साथ कोई दुआ अरबी में पढ़े।

6. अलविदा के दिन भी कोविड प्रोटोकाल की पाबंदी करें।

7. नमाज में भी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखें।

8. अलविदा के दिन भी अपने अपने घर में रहें। किसी से मिलने न जायें।

9. अलविदा के दिन न किसी से हाथ मिलायें और न गले मिलें।

10 अलविदा की नमाज के बाद कोविड 19 के जल्द खात्मे, पूरी दुनिया में अमन व अमान के कयाम, अपनी और देश व कौम की तरक्की व खुशहाली इज्जत व सरबुलंदी और भुकमरी के खात्मे के लिए दुआयें करें।

बीमारों के सिहत के लिए करें दुआ

मौलाना फरंगी महली ने तमाम मुसलमानों से अपील की कि वह नमाज के बाद खुदा पाक के हुजूर में बैतुल मुकद्दस की हिफाजत, इस महामारी के जल्द अंत, तमाम बीमारों की सिहत और मरहूमों के लिए मगफिरत की दुआ करें। उन्होंने कहा कि सद्का से बीमारियां और बलायें दूर होते हैं इसलिए सद्का और खैरात का ज्यादा से ज्यादा एहतिमाम करें। उन्होंने कहा कि कोविड19 के प्रोटोकाल पर अमल करें। अधिक से अधिक एहतियात करें ताकि यह महामारी जल्द खत्म हो।