- संवेदनशील जगहों पर होगी सख्ती, सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी

- सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

LUCKNOW:

कोरोना संकट की वजह से तमाम त्योहारों की ही तरह बकरीद भी इस बार फीकी साबित होगी। कोविड प्रोटोकॉल के तहत सामूहिक रूप से नमाज अदा करने पर रोक रहेगी। यानी लोगों को घर में ही नमाज अदा करनी होगी। डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को गाइडलाइन जारी कर दी है, जिसमें त्योहार के दौरान शांति-व्यवस्था बनाये रखने के लिये एहतियाती कदम उठाने पर जोर दिया गया है।

छोटे विवाद को भी हलके में न लें

डीजीपी द्वारा जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि पुलिसकर्मी अपने इलाके में इस त्योहार के संबंध में हुए छोटे से छोटे विवाद को गंभीरता से लें और जांच करें कि अब वह विवाद बाकी तो नहीं रह गया। अगर ऐसा हो तो सभी पक्षों को बिठाकर शांति के साथ उसका निपटारा करवाएं। डीजीपी ने सभी प्रभारी निरीक्षकों को निर्देश दिया वे पुलिस वाहनों में लाउडस्पीकरों के माध्यम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिये लोगों को जागरूक करें। संवेदनशील जगहों में पुलिस पिकेट व गश्त की प्रभावी व्यवस्था की जाये।

सोशल मीडिया पर होगी पैनी नजर

गाइडलाइन में कहा गया है कि सभी जिलों की साइबर सेल सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, वॉट्सएप, इंस्टाग्राम पर कड़ी नजर रखें। अगर कोई भी शख्स किसी भी तरह की अफवाह या साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला पोस्ट करे तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट के आधार पर सभी थानाक्षेत्रों में अपराधियों व शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाये। जरूरत पड़ने पर इन सभी को पाबंद करने की कार्रवाई हो। इसके साथ ही सभी जिलों को जोन व सेक्टर में बांटकर पर्याप्त पुलिस फोर्स को तैनात करने को कहा गया है।

ड्रोन कैमरों से होगी निगरानी

संवेदनशील व मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों से निगरानी का आदेश दिया गया है। जिन इलाकों में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने की वजह से हॉटस्पॉट घोषित किया गया है, वहां स्टैटिक मजिस्ट्रेटों की तैनाती की जायेगी। यूपी 112 की पीआरवी को भी संवेदनशील स्थानों व मार्गो पर तैनात किया जायेगा। संवेदनशील क्षेत्रों में एंटी सेबोटाज चेक, एक्सेस कंट्रोल और क्यूआरटी की तैनाती की जायेगी।