- थर्ड वेव की आशंका के बीच कम संख्या ने बढ़ाई चिंता

- एक्सपर्ट बोले, गर्भवती बिना डरे करवाएं वैक्सीनेशन

- एंटीबॉडी बनने से बच्चे की भी होगी सुरक्षा

LUCKNOW: कोरोना की थर्ड वेव की आशंका को देखते हुए वैक्सीनेशन में तेजी लाने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं इसके बावजूद वैक्सीनेशन में प्रेग्नेंट महिलाएं काफी पीछे हैं जबकि इस बार बच्चों को लेकर अर्लट जारी किया गया है। अगस्त में अबतक प्रदेश में महज 1,841 गर्भवती को ही वैक्सीन लगी है। इसमें पहली और दूसरी डोज वाले भी शामिल हैं। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगवाना सुरक्षित है। बिना डरे आगे आकर वैक्सीन लगवानी चाहिए।

महज 1,841 का डाटा उपलब्ध

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की एक स्टडी के मुताबिक सेकंड वेव में प्रेग्नेंट महिलाओं और बच्चे को जन्म दे चुकी महिलाओं को अपनी चपेट में ज्यादा लिया था। साथ ही गंभीर लक्षण और मृत्यु दर भी फ‌र्स्ट वेव के मुकाबले ज्यादा रही, जिसके बाद यह साफ हुआ कि गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीनेशन कराना काफी जरूरी है। इसके बाद सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को वैक्सीनेशन की सलाह दी गई। वहीं, प्रदेश की बात करें तो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में अगस्त में महज 1,841 गर्भवतियों को ही वैक्सीन लग सकी है। इसमें 1,821 को पहली और महज 20 को ही दोनों डोज लग सकी।

पहले नहीं था कोई डाटा

वहीं अधिकारी का कहना है कि पहले को-विन पोर्टल पर गर्भवतियों के लिए कोई अलग से ऑप्शन नहीं था। इसकी वजह से इनकी संख्या कम है। इसके अलावा कई बार वैक्सीनेशन होने के बाद एंट्री देर से होती है, जिसकी वजह से संख्या कम हो जाती है। वहीं अस्पताल में दिखाने आ रही गर्भवतियों को आशा व एएनएम द्वारा जागरूक किया जा रहा है।

वैक्सीन जरूर लगवाएं

क्वीन मैरी की प्रवक्ता डॉ। रेखा सचान के मुताबिक गर्भवती डॉक्टर से कंसल्ट करकर वैक्सीन लगवाई जा सकती है। वैक्सीनेशन को लेकर ज्यादा डरने की जरूरत नहीं। हां, यह आपको खुद तय करना होगा कि कब लगवाना है। क्योंकि वैक्सीनेशन से आपको फायदा ही मिलेगा। वहीं, अगर गर्भावस्था के दौरान पहली डोज लगी है और उसके बाद डिलीवरी हो गई है तो आप डिलीवरी के बाद कभी भी वैक्सीन की डोज लगवा सकती हैं। इससे आपकी बॉडी में बनी एंटीबॉडी बच्चे को भी मिलती है। जो आपके साथ बच्चे को भी कोरोना से सुरक्षा प्रदान करती है।

एक डोज से कोई फायदा नहीं

डॉ। रेखा बताती हैं कि महज पहली डोज लेने भर से कोई फायदा नहीं होगा। आपको यह ध्यान रखना होगा कि दोनों डोज लेने से यह नहीं कि आपको कोविड नहीं हो सकता, लेकिन अगर दोनों डोज लगी है और कोविड होता है जो उसकी सीरियसनेस बिना वैक्सीनेटेड के मुकाबले कम ही रहेगी। बस यह ध्यान रखें कि वैक्सीन के साथ मास्क लगाना भी जरूरी है।

कोट

गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर से परामर्श के बाद वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए क्योंकि इससे संक्रमण की घातकता कम रहती है।

- डॉ। रेखा सचान, क्वीन मैरी