516 पद एलयू में हैं शिक्षकों के

172 पद शिक्षकों के हैं खाली

37 पद प्रोफेसर्स के हैं खाली

75 पद असिस्टेंट प्रोफेसर्स के खाली

60 पद एसोसिएट प्रोफेसर्स के खाली

- लंबे समय बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी में भरे जाएंगे गरुजी के पद

- आज जारी होगी विज्ञापन, इससे पूर्व 2016 में निकला था विज्ञापन

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में शिक्षकों के खाली पद भरने की प्रक्रिया के लिए विज्ञापन गुरुवार को जारी किया जाएगा। एलयू में पहली बार शिक्षकों की भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी। गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी में अभी 172 शिक्षकों के पद खाली है, जिन्हें भरने के लिए बीते चार साल से प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी चल रही थी। वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने बताया कि भर्तियों के लिए विज्ञापन 17 सितंबर को प्रकाशित किया जाएगा।

516 पद शासन से स्वीकृत

एलयू में 516 शिक्षकों के पद शासन से स्वीकृत थे, जिसमें 2016 के आते-आते 250 से अधिक पद खाली हो गए थे। तत्कालीन वीसी प्रो। एसबी निमसे ने भर्ती प्रक्रिया शुरू की लेकिन उनके जाने के बाद नए वीसी प्रो। एसपी सिंह के आने के बाद यह प्रक्रिया पूरी न हो सकी। दोनों वीसी के कार्यकाल में 250 पदों के सापेक्ष 100 पदों पर ही भर्ती हो सकी।

यूजीसी ने खाली पद भरने को कहा

वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने बताया कि यूजीसी ने इस साल जनवरी में खाली सीटों को भरने के लिए जुलाई तक का समय दिया था। हम पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रहे थे लेकिन कोरोना के कारण इसमें देरी हो गई। अब गुरुवार को खाली पदों का विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा और ऑनलाइन आवेदन लेने के लिए अलग से एक पोर्टल भी बनाया गया है।

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नियमों में फंस गई थी भर्ती

गौरतलब है कि पिछली बार शिक्षक भर्ती में यूजीसी के नए रोस्टर पर विवाद हो गया था। लोगों ने तीन चीजों को लेकर आपत्ति जताई थी। पहली आपत्ति आरक्षण के नियमों पर थी। वहीं दूसरी आपत्ति सवर्ण आरक्षण का लाभ किस तरह दिया जाए और तीसरी आपत्ति एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर पदों पर ईडब्ल्यूएस को लाभ दिया जाए या नहीं दिया जाए इस पर थी। पिछले चार वर्षो में रोस्टर को लेकर विवाद नहीं सुलझ सका था। अब शासन ने रोस्टर के नियमों पर अपना रुख साफ कर दिया है।

कोट

कोरोना के कारण इसमें देरी हो गई। अब गुरुवार को खाली पदों का विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा और ऑनलाइन आवेदन लेने के लिए अलग से एक पोर्टल भी बनाया गया है।

प्रो। आलोक कुमार राय, वीसी, एलयू