लखनऊ (ब्यूरो)। जमीन की कब्जेदारी के विवाद में रविवार रात गोमतीनगर में एक प्रॉपर्टी डीलर को गोली मार दी गई। पुलिस की छानबीन में सामने आया कि सुल्तानपुर के एक ब्लॉक प्रमुख के इशारे पर युवक गोली मारी गयी है। पुलिस तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हालांकि, मुख्य आरोपी अभी भी फरार है।

दोस्त के घर पार्टी में गया था प्रॉपर्टी डीलर

पुलिस के मुताबिक, सुल्तानपुर के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर विजय सिंह गोमतीनगर के विनीत खंड निवासी दोस्त संदीप सिंह के घर पार्टी कर रहे थे। इसी दौरान संदीप ने प्रतापगढ़ के रहने वाले अजय सिंह और बनारस के सतीश सिंह को भी बुला लिया। सब प्रॉपर्टी की ही खरीद-फरोख्त का काम करते हैं। पुलिस का कहना है कि संदीप के घर मीट बन रह था। सभी एक साथ बैठकर शराब पी रहे थे। इसी दौरान एक प्लॉट को लेकर उनके बीच कहासुनी होने लगी। देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि बाहर से आए प्रॉपर्टी डीलर विजय के साथ मारपीट करने लगे।

पेट में गोली मारकर भाग निकला हमलावर

पीडि़त का कहना है कि शराब पीने के दौरान बहस बढ़ती चली गई। इसी बीच अजय सिंह ने पिस्टल निकालकर विजय के पेट में सटाकर गोली मार दी। गोली चलते ही वहां भगदड़ मच गई। फायरिंग की आवाज सुनकर पार्टी में मौजूद सब लोग भाग गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल विजय को लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। एडीसीपी पूर्वी कासिम आब्दी के मुताबिक, घायल युवक ने बताया है कि एक ब्लॉक प्रमुख के कहने पर संदीप सिंह ने उसकी हत्या की साजिश रची थी। इसी के चलते उसने बाहर से अपने दोस्तों को पार्टी में बुलाया था। फिलहाल संदीप सहित तीन आरोपी हिरासत में हैं। गोली मारने वाले अजय सिंह की तलाश चल रही है।

किशोरी से छेड़छाड़ का आरोपी दबोचा गया

घर में घुसकर मारपीट व किशोरी के साथ छेड़छाड़ करने वाले आरोपी को सैरपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, इंदिरानगर के ई-ब्लाक मुंशीपुरवा के अमित कुमार को तरहिया मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया है। इंस्पेक्टर सैरपुर अख्तार अहमद अंसारी ने बताया कि 19 अप्रैल को आरोपी सैरपुर इलाके में स्थित पुराने मकान के विवाद में घर खाली कराने का दबाव बनाते हुए मारपीट और तोडफ़ोड़ करने लगा था। इसका विरोध जताने पर आरोपी पीडि़ता की नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ करने लगा। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोगों को जुटता देख गालियां देते हुए वह मौके से भाग निकला। मुखबिर की सूचना पर सोमवार को उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

नौकरी लगवाने के नाम पर ऐंठे 4.50 लाख

जालसाजों ने नौकरी लगवाने के नाम पर एक युवक से 4.50 लाख रुपये हड़प लिए। जब नौकरी न लगने पर पीडि़त ने रुपये वापस लौटाने का दबाव बनाया तो आरोपियों ने उसे चेक थमा दिया, जो बाउंस हो गया। पीडि़़त की तहरीर पर हजरतगंज पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है। प्रतापगढ़ के पट्टी सराय रजई निवासी अंबिका प्रसाद यादव के मुताबिक, उनकी जान-पहचान राजभवन अस्पताल में तैनात आयुर्वेद फार्मासिस्ट बीबीडी अनौरकला निवासी घनश्याम यादव से थी। घनश्याम ने बेटे की नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। जालसाज ने कहा कि नौ लाख रुपये देने पर बेटे की सरकारी नौकरी लग जाएगी। बातों में उलझाकर जालसाज ने वर्ष 2018 में अपने साथी उमेश चंद्र के खाते में 4.50 लाख रुपये जमा करा लिए। बचे हुए रुपये नौकरी लगने के बाद देने को कहा। वर्ष 2020 में परीक्षा परिणाम आया तो बेटे का नाम लिस्ट में नहीं था। ठगी का पता चलने पर पीडि़त ने रुपए वापस मांगे, लेकिन आरोपियों ने उन्हें जो चेक दिया वह बाउंस हो गया। इंस्पेक्टर हजरतगंज श्याम बाबू का कहना है कि पीडि़त की तहरीर पर घनश्याम यादव व उमेश चंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।