- आरटीओ के लखनऊ व हरदोई दफ्तर में पुलिस ने की छानबीन, छह कर्मचारी चिन्हित

<द्गठ्ठद्द>रुष्टयहृह्रङ्ख ऑटो के फर्जी कागज बनाकर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह में शामिल हरदोई व लखनऊ के आरटीओ कर्मियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। मंगलवार को राजधानी के आरटीओ कार्यालय में पुलिस ने छानबीन की और वहां मौजूद कर्मियों से पूछताछ कर संदिग्धों का ब्योरा जुटाया।

होगी गैंगेस्टर की कार्रवाई

एसीपी विभूतिखंड स्वतंत्र कुमार सिंह के मुताबिक पुलिस की दो टीमें हरदोई व राजधानी में दबिश दे रही हैं। जल्द ही आरटीओ दफ्तर के संलिप्त कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसीपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सातों आरोपितों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी। छानबीन में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपित नागेंद्र मिश्र आरटीओ दफ्तर में दलाली का काम करता था। नागेंद्र के माध्यम से ही गिरोह फर्जी रजिस्ट्रेशन कॉपी बनवाता था। आरटीओ दफ्तर हरदोई में तैनात दो कर्मचारी फरार हैं। वहीं राजधानी के चार कर्मचारियों की संलिप्तता सामने आई है, जिनके बारे में जानकारी की जा रही है। पुलिस ने कबाड़ का काम करने वाले कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ की है। पुलिस फौजी कबाड़ी के यहां काम करने वाले लोगों की तलाश कर रही है.10 हजार रुपये लेता था कमीशन

गिरफ्तार कर जेल भेजा गया हरदोई निवासी राम मोहन सोनी गाड़ी बिकवाने का काम करता था। आरोपित एक ऑटो 50 से 60 हजार रुपये में बेचते थे। राममोहन प्रति गाड़ी 10 हजार रुपये कमीशन लेता था। वहीं गाड़ी के फर्जी कागजात बनवाने का ठेका वेद प्रकाश और अभिषेक के पास था। पुलिस ने जो 11 ऑटो बरामद किए हैं, उनके नंबर फर्जी हैं। आरटीओ दफ्तर में किसी भी ऑटो का नंबर दर्ज नहीं है।