5 करोड़ मिले प्रोग्राम के लिए

2 रेन गन मंगाई जाएंगी पहले चरण में

5 स्प्रिंकलर्स भी मंगाने की तैयारी

60 से 65 फीसद डस्ट पार्टिकल पॉल्यूशन में

3 मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनें मंगाई जा रहीं

- एयर पॉल्यूशन के बढ़ते ग्राफ पर होगा नगर निगम का वार

- केंद्र सरकार के क्लीन एयर प्रोग्राम के अंतर्गत मिले 5 करोड़ रुपये

LUCKNOW

नगर निगम की ओर से शहर में बढ़ते एयर पॉल्यूशन के ग्राफ पर वार करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। हवा में घुले जहर को समाप्त करने के लिए रेन गन का सहारा लिया जाएगा। जिसकी मदद से पॉल्यूशन के बढ़ते ही कृत्रिम बारिश की जा सकेगी। इतना ही नहीं, रेन गन के साथ कई अन्य उपकरण भी मंगाए जा रहे हैं, जो हवा को शुद्ध रखने में मददगार साबित होंगे।

क्लीन एयर प्रोग्राम

नगर निगम लखनऊ की ओर से यह कदम केंद्र सरकार के क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत उठाया जा रहा है। चूंकि लखनऊ में एयर पॉल्यूशन की स्थिति खराब है, इस वजह से जल्द से जल्द इस प्रोग्राम को इंप्लीमेंट किया जा रहा है। जिससे पॉल्यूशन के बढ़ते ग्राफ को कम किया जा सके।

350 तक पहुंच जाता आंकड़ा

शहर के एयर पॉल्यूशन की बात करें तो आंकड़ां 350 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक पहुंच जाता है। हालात इतने खराब हो जाते हैं कि कई इलाकों में सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। गोमती नगर, अलीगंज जैसे पॉश एरिया में भी पॉल्यूशन का आंकड़ा 200 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर पहुंच जाता है।

धूल के कण ज्यादा

जानकारी सामने आई है कि लखनऊ की हवा में सर्वाधिक धूल के कण शामिल हैं। अगर इन्हें दूर कर दिया जाए तो निश्चित रूप से हवा को शुद्ध किया जा सकता है। इस वजह से ही निगम प्रशासन की ओर से पूरा फोकस धूल के कणों को समाप्त करने पर किया जा रहा है।

300 मीटर तक बारिश

रेन गन की मदद से 300 प्लस मीटर तक कृत्रिम बारिश कराई जा सकती है। इससे धूल के कण बैठ जाएंगे, जिसका सीधा असर पॉल्यूशन में घुले जहर के ग्राफ पर पड़ेगा। पॉल्यूशन कम होते ही हवा अपने आप ही शुद्ध हो जाएगी।

मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन भी

निगम की ओर से मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनें मंगाई जा रही हैं। जिससे सफाई के दौरान धूल न उड़े। जब धूल नहीं उड़ेगी तो धूल के कण हवा में शामिल नहीं होंगे। दो स्वीपिंग मशीनें आ चुकी हैं, जबकि तीन अन्य का ऑर्डर हो चुका है। वहीं 5 स्प्रिंकलर्स भी मंगाई जा रहे हैं।

स्मार्ट रोड का भी सहारा

निगम प्रशासन की ओर से जल्द से जल्द स्मार्ट रोड बनाने की कवायद शुरू की जाएगी। वहीं जो सड़कें खस्ताहाल हैं, उन्हें भी दुरुस्त कराया जाएगा। जिससे सड़क से वाहन गुजरने के दौरान धूल न उड़े।

पेड़ों पर छिड़काव

स्प्रिंकलर्स की मदद से पेड़ों पर नियमित छिड़काव भी कराया जाएगा साथ ही सड़क धुलाई का कार्य भी होगा। जिससे प्रमुख मार्गो पर धूल नहीं उड़ेगी।

मिली है धनराशि

क्लीन एयर प्रोग्राम के लिए निगम को करीब पांच करोड़ की धनराशि मिली है। इस धनराशि की मदद से ही मशीनें व उपकरणों की खरीदी की जा रही है।

क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत एयर पॉल्यूशन को समाप्त करने के लिए एक्शन प्लान तैयार है। रेन गन समेत कई अन्य मशीनरी मंगाई जा रही है।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त