8 जोन में बंटा है नगर निगम क्षेत्र

20 से अधिक वॉशिंग सेंटर हर जोन में

1 साल में हुई सिर्फ एक वर्कशॉप

- निगम मुख्यालय में लगा सिस्टम प्रॉपर काम नहीं कर रहा

- बारिश में हजारों लीटर वर्षा जल हो जाता बर्बाद

LUCKNOW

एक तरफ प्रदेश सरकार रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और जल संरक्षण पर फोकस कर रही है, वहीं दूसरी तरफ नगर निगम में लगा रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम दम तोड़ता दिख रहा है। इसी तरह गली-मोहल्लों में खुले वाशिंग सेंटर्स में सुबह से रात तक लाखों लीटर पानी बर्बाद किया जाता है। जिम्मेदारों की ओर से इन पर कोई एक्शन भी नहीं लिया जा रहा है।

चोक हो गया है सिस्टम

निगम सूत्रों की माने तो निगम मुख्यालय में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम तो लगा है लेकिन लंबे समय से वह प्रॉपर काम नहीं कर रहा है। सिस्टम चोक होने से वर्षा जल संचयन नहीं हो पा रहा है। अभी तक सिस्टम को सुधारने की दिशा में कोई कदम भी नहीं उठाया गया है।

बजट बढ़ाने की तैयारी

निगम की ओर से अब जरूर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए बजट बढ़ाने की तैयारी शुरू की गई है। पिछले वित्तीय वर्ष में भी सिस्टम लगाने को लेकर कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है। बस साल में एक बार जल संरक्षण पर कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर फोकस भी किया गया लेकिन उसके बाद स्थिति जस की तस हो गई।

धड़ल्ले से पानी होता बर्बाद

नगर निगम 8 जोन में बंटा है। हर जोन में 20 से अधिक वाशिंग सेंटर्स संचालित हैं। जबकि नगर निगम और जलकल की ओर से एनओसी अनिवार्य है। इसके बावजूद ज्यादातर सेंटर्स बिना एनओसी के धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं। जिसकी वजह से रोजाना लाखों लीटर पानी बर्बाद होता है। गर्मी के दिनों में जरूर निगम की ओर से सख्ती की जाती है लेकिन अन्य महीनों में स्थिति जस की तस रहती है।

जलकल की जिम्मेदारी

सबमर्सिबल को लेकर जलकल की जिम्मेदारी है। लोग धड़ल्ले से सबमर्सिबल लगा लेते हैं और इसकी जानकारी निगम या जलकल को नहीं मिल पाती है। प्रदेश सरकार के निर्णय के बाद अब जरूर निगम और जलकल प्रशासन बिना अनुमति के सबमर्सिबल लगाने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है। बता दें कि सबमर्सिबल लगाने के लिए जलकल की एनओसी जरूरी होती है।

आंकड़ा मुश्किल

शहर में कितने सबमर्सिबल लगे हैं, इसका आंकड़ा फिलहाल सामने आना मुश्किल है। अब जरूर जलकल की ओर से हर एक नए सबमर्सिबल पर नजर रखने की तैयारी की गई है।

रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए इस बार बजट में राशि बढ़ाई जाएगी साथ ही नियम विरुद्ध चल रहे वाशिंग सेंटर्स पर भी शिकंजा कसा जाएगा।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त