- सेंटर पर मंगलसूत्र और बिछिया उतरवाए जाने पर भड़की महिला अभ्यर्थी

- सेंटर से बाहर न जाने पर अभ्यर्थियों ने किया हंगामा

LUCKNOW: राजधानी में रविवार को आयोजित हुई सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजूकेशन (सीबीएसई) की यूजीसी नेट परीक्षा में कई केंद्रों पर अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल काटा। कहीं पर महिला अभ्यर्थियों से मंगलसूत्र और अंगुठिया निकालने को लेकर सेंटर पर मौजूद शिक्षकों से कहासुनी हुई तो कहीं पर सेंटर से अभ्यर्थियों को बाहर न निकलने को लेकर बवाल हुआ। बाद में अभ्यर्थियों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया गया।

बनाए गए थे 45 केंद्र

सीबीएसई की यूजीसी नेट परीक्षा के लिए राजधानी में 45 केंद्र बनाए गए थे। इनमें 25 हजार अभ्यर्थियों को हिस्सा लेना था। आयोजकों ने बताया कि इस परीक्षा में 92 प्रतिशत लोग शामिल हुए। परीक्षा के दौरान साउथ सिटी स्थित लखनऊ पब्लिक स्कूल और सरोजनी नगर स्थित सैनिक स्कूल में अभ्यर्थियों ने हंगामा काटा। साउथ सिटी में परीक्षा देने आई महिला अभ्यर्थियों के साथ बवाल हुआ। यह बवाल महिला अभ्यर्थियों के गहने उतारवने को लेकर शुरू हुआ। परीक्षा केंद्र पर एंट्री से पहले महिलाओं से मंगलसूत्र, बिछुआ और अंगूठी उतारने को कहा गया, जिसका महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया।

पुरुष अभ्यर्थियों ने दिया साथ

प्रदेश के अन्य हिस्सों से यहां पहुंची महिला अभ्यर्थियों ने बवाल करने पर पुरुष अभ्यर्थियों ने भी उनका साथ दिया। वाराणसी की प्रियंका और सीतापुर से आई श्यामली ने बताया कि परीक्षा केंद्र पर मौजूद ऑब्जर्वर और शिक्षकों ने महिलाओं से मंगलसूत्र, अंगूठी और बिछिया उतारने के आदेश दे दिए। इन लोगों का कहना था कि हिंदू धर्म में विवाहित महिलाओं के लिए मंगलसूत्र और बिछिया धारण करने की मान्यता है। इन गहनों का परीक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। अन्य किसी भी तरह की परीक्षा में कभी भी इस तरह का मामला नहीं हुआ, फिर यहां पर ऐसा क्यों हो रहा है।

काफी देर तक चला हंगामा

अभ्यर्थियों ने बताया कि यदि इस तरह की कोई गाइड लाइन थी तो पहले ही स्पष्ट कर देना चाहिए था। इसी बात को लेकर काफी देर तक हंगामा चलता रहा। वहीं, इंदिरा नगर स्थित डीपीएस में भी छात्रों ने बेल्ट उतरवाने को लेकर बवाल किया। सैनिक स्कूल में परीक्षा देने आए अभ्यर्थी तो भूख कारण बेहाल हो गए। लेकिन जब यहां पर लोगों का धैर्य समाप्त हो गया तो यहां भी अभ्यर्थियों ने बवाल किया। अभ्यर्थियों ने बताया कि स्कूल में पानी तक की व्यवस्था नहीं थी। अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा तीन पालियों में थी। परीक्षा में शामिल होने आए अभ्यर्थियों को गेट से बाहर निकलने की छूट नहीं दी गई थी। ऐसे में दूसरी पाली के बाद जब परीक्षार्थियों को भूख लगी तो बाहर खड़े कई ठेलो और खोमचे वालों को अंदर तो बुला लिया गया।

लेकिन रखवा लिया था पर्स

लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले हमारे पर्स और बैग बाहर रखवा दिया गया था, जिसे हमें लाने की छूट भी नहीं दी गई। ऐसे में अभ्यर्थियों को भूखे पेट परीक्षा देने के लिए मजबूर होना पड़ा। परीक्षा के कोऑर्डीनेटर जावेद आलम ने बताया कि नेट एग्जाम के नियम में अभ्यर्थियों को पर्स, पेन या फिर कोई मेटेलिक आइटम लेकर आने की छूट नहीं है। इसी के चलते इस बार इस परीक्षा में अभ्यर्थियों को पेन भी सीबीएसई ने प्रोवाइड कराया है। इन सभी बातों का उल्लेख फार्म में है। ऐसे में अभ्यर्थियों के इन बातों का ध्यान रखना चाहिए था।