लखनऊ (ब्यूरो)। इस बार भगवान श्रीराम की ड्रेस जहां करीब दो हजार रुपए में मिल रही है, वहीं लंकापति रावण की पोशाक 10 हजार रुपए के आसपास मिल रही है। रामलीला के किरदारों की ड्रेस का काम करने वाले व्यापारियों ने बताया कि रावण की ड्रेस की कीमत हमेशा अधिक रहती है। इसका कारण यह है कि इसमें कपड़ा अधिक लगता है और माला-जेवरात आदि का भी अधिक काम किया जाता है। ड्रेस इस तरह से बनाई जाती है कि वह सभी को आकर्षित करे और काफी भव्य लगे।

किराए के लिए बुकिंग जोरों पर
ड्रेस व्यापारी मनीष ने बताया कि गुरुवार से रामलीला का मंचन शुरू हो जाएगा। पिछले साल कोरोना के कारण उनका कारोबार पूरी तरह मंद हो गया था। इस बार ऐसा फिलहाल नहीं है। बड़ी संख्या में आसपास के जिलों से भी लोग रामलीला के किरदारों के लिए नई ड्रेस खरीदने या बुकिंग कराने के लिए आ रहे हैं। इस बार कोरोना का असर ज्यादा नहीं दिख रहा है।

भोलेनाथ की ड्रेस भी खास
ड्रेस कारोबारी महेश ने बताया कि रावण की ड्रेस हमेशा सबसे महंगी रहती है। इसका मुख्य कारण यह है कि रावण का मुकुट काफी महंगा होता है। इसे खास मोतियों से तैयार कराया जाता है, जो दूर से चमके और असली लगे। इसी तरह भगवान भोलेनाथ और हनुमान जी की ड्रेस भी विशेष होती है। इसके निर्माण में खास तरह के गोटे का प्रयोग किया जाता है। वहीं भगवान राम, लक्ष्मण और मां सीता की ड्रेस साधारण रेशमी कपड़े से तैयार की जाती है, जिसके कारण इसके दाम कम होते हैं। भगवान श्रीराम की ड्रेस 300 रुपए से लेकर दो हजार रुपए तक में बाजार में उपलब्ध है।


टीचर तैयार कर रही हैं ड्रेस
तेलीबाग के कुम्हार मंडी स्थित डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन हाईस्कूल में डॉ अर्चना यादव के निर्देशन में सात अक्टूबर यानि गुरुवार से बाल रामलीला का मंचन शुरू होगा। बाल रामलीला के संयोजक डॉ। आनंद यादव ने बताया कि रामलीला के पात्रों के लिए ड्रेस बनाने का काम लगभग पूरा हो चुका है। सभी किरदारों की ड्रेस स्कूल की शिक्षिकाएं और आसपास की महिलाएं ही तैयार कर रही हैं।