- लिखित परीक्षा के पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण अभ्यर्थी कर सकेंगे आवेदन

- कोर्ट में समय सारिणी दाखिल, 27 अगस्त को दिए जाएंगे नियुक्तिपत्र

रुष्टयहृह्रङ्ख : प्राथमिक स्कूलों की 69000 शिक्षक भर्ती शुक्रवार को पूरी हो गई। ये भी संयोग है कि इसी दिन 68500 भर्ती पूरी करने की समय सारिणी सामने आई है। लिखित परीक्षा के पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से अगस्त में आनलाइन आवेदन लेकर माह के अंत में नियुक्तिपत्र वितरित किए जाएंगे। इसमें उन सभी अभ्यर्थियों को मौका दिया जाएगा, न्यायालय जिन्हें नियुक्ति देने का आदेश जारी कर चुका है। एनआइसी की मुहर लगते ही बेसिक शिक्षा विभाग अधिकृत समय सारिणी जारी करेगा।

2018 में शुरू हुई थी प्रक्रिया

बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापकों के चयन के लिए नौ जनवरी 2018 को प्रक्रिया शुरू हुई थी। लिखित परीक्षा का परिणाम आने के बाद 41556 को नियुक्ति मिली। वहीं, 27 फरवरी 2019 को शासन के आदेश पर आवेदन लेकर उत्तर पुस्तिकाओं का दोबारा मूल्यांकन कराया गया। इसमें अर्ह मिले 4706 अभ्यर्थियों को भी नियुक्ति दी गई। वहीं, कई ऐसे भी अभ्यर्थी थे, जिन्होंने पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन नहीं किया लेकिन, कोर्ट में उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन को चुनौती दी। कोर्ट के निर्देश पर याचियों का भी फिर से मूल्यांकन कराया गया, उसमें 59 अभ्यर्थी अर्ह मिले। उनमें 23 का रिजल्ट पहले आया, जबकि 36 का बाद में। बेसिक शिक्षा विभाग ने 23 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी है, जबकि 36 अधर में हैं। इसी बीच 18 सितंबर 2020 को 103 अभ्यर्थी पुनर्मूल्यांकन में और उत्तीर्ण हो गए। अब तक 139 अभ्यर्थी नियुक्ति की राह देख रहे थे। उनमें से कई ने अवमानना याचिकाएं भी की हैं।

10 अगस्त को विज्ञप्ति

बेसिक शिक्षा निदेशक डा। सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने कोर्ट में हलफनामा देकर कहा है कि बेसिक शिक्षा विभाग 10 अगस्त को विज्ञप्ति जारी करेगा। 13 अगस्त से पंजीकरण व आनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। 19 अगस्त आवेदन करने की अंतिम तारीख, 20 को डाटा प्रोसे¨सग व 23 को अर्ह अभ्यर्थियों की सूची बेसिक शिक्षा परिषद को उपलब्ध कराई जाएगी। 26 को जिलों में काउंसि¨लग कराकर 27 अगस्त नियुक्तिपत्र वितरित किया जाएगा। निदेशक ने बताया कि इस प्रक्रिया में 36 अभ्यर्थियों का उल्लेख इसलिए है कि याचिका उन्हीं से संबंधित है, आवेदन सभी अर्ह अभ्यर्थियों से लिए जाएंगे।

उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए न ली जाए महंगी बिजली

-25 वर्ष पुराने पीपीए की अब सरेंडर की जा सकती है बिजली

-1600 मेगावाट महंगी बिजली को किया जा सकता है सरेंडर

LUCKNOW (23 July): विद्युत उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने बिजली घरों की महंगी बिजली न खरीदे जाने की मांग की है। परिषद का कहना है कि जब ऊर्जा मंत्रालय ने 25 वर्ष से अधिक पुराने पीपीए (पावर परचेज एग्रीमेंट) के मामले में महंगी बिजली सरेंडर करने का रास्ता साफ कर दिया है तब फिर दूसरे राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश में भी ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा है?

जल्द ही सौंपेंगे रिपोर्ट

परिषद अध्यक्ष अवधेश वर्मा का कहना है कि राज्य के विभिन्न उत्पादन गृहों की लगभग 1600 मेगावाट महंगी बिजली सरेंडर की जा सकती है। इसमें एनटीपीसी की तकरीबन 800 मेगावाट है और इतनी ही बिजली निजी घरानों की भी है। इस संबंध में जल्द ही वह अध्ययन रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे। वर्मा ने कहा कि ऊर्जा निगमों को समीक्षा कर सस्ती बिजली के उपाय तलाशने चाहिए।

सौंपा जा चुका है प्रस्ताव

परिषद अध्यक्ष के मुताबिक राजस्थान, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा मेघालय, मध्यप्रदेश, दिल्ली, त्रिपुरा, सिक्किम आदि राज्यों द्वारा पहले ही महंगी बिजली सरेंडर करने का प्रस्ताव केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय को सौंपा जा चुका है, लेकिन उत्तर प्रदेश आज भी महंगी बिजली खरीद रहा है जबकि पावर एक्सचेंज व अन्य माध्यमों से सस्ती बिजली खरीदने का लाभ सीधे उपभोक्ताओं को मिलेगा।

ब्यूरो : यूपी में अब कोरोना के एक हजार से कम रोगी

- एक्टिव केस घटकर 994 हुए, 61 नए मरीज मिले

- दूसरी लहर में यह पहला मौका जब इतने कम रोगी

LUCKNOW (23 July): यूपी में शुक्रवार को कोरोना के सक्रिय केस घटकर 994 हो गए। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यह पहला मौका है जब एक्टिव केस की संख्या एक हजार से कम हो गई है। इससे पहले 15 मार्च 2021 को 1838 सक्रिय केस थे। फिर मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ और 30 अप्रैल को सर्वाधिक 3.10 लाख सक्रिय हो गए। मई से लगातार रोगियों की संख्या घट रही है और अब यह सबसे कम है।

61 नए मरीज मिले

अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 24 घंटे में कोरोना के 61 नए रोगी मिले। 52 जिलों में एक भी नया मरीज नहीं मिला है। 21 जिलों में इकाई में मरीज मिले हैं। सिर्फ दो जिलों में 10 से ज्यादा मरीज मिले हैं। इसमें प्रयागराज में 11 व लखनऊ में 10 रोगी मिले। पांच और संक्रमितों की मौत के साथ अब तक कुल 22748 लोगों की जान यह खतरनाक वायरस ले चुका है। अब तक कुल 17.08 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और इसमें से 16.84 लाख रोगी ठीक हो चुके हैं। रिकवरी रेट 98.6 प्रतिशत है। 2.38 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया। अब पाजिटिविटी रेट 0.03 प्रतिशत है।