- प्रभु यीशु के पुनर्जन्म ईस्टर पर मनाई खुशी

- कोरोना के चलते नहीं निकाला गया जुलूस

LUCKNOW:

प्रभु यीशु के पुनर्जन्म का दिन ईस्टर का पर्व राजधानी के विभिन्न चर्च में बेहद सादगी के साथ मनाया गया। सुबह लोगों ने कैंडल जलाकर खुशियां मनाई। तो वहीं कैथड्रल चर्च, हॉली रिडीमर चर्च आलमबाग, सेंट्रल चर्च लालबाग और एबीसी चर्च समेत अन्य चर्च व घरों में विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया।

ईस्टर पर्व मनाया गया

तीसरे दिन प्रभु यीशु के दोबारा जी उठने की खुशी में ईस्टर पर्व का आयोजन किया जाता है। लेकिन कोरोना की वजह से ईसाई समुदाय के लोगों ने रविवार को ईस्टर अपने घरों पर ही रह कर मनाया। चर्च में केवल मौजूद पादरी व बिशप आदि ने ही बेहद सीमित लोगों के बीच पूजा-अर्चना की। कैथेड्रल चर्च में बिशप डॉ। जेराल्ड मथायस और फादर डॉ। डोनाल्ड डिसूजा ने विशेष पूजा की और लोगों को ईस्टर पर्व की बधाई दी। साथ ही उन्होंने लोगों को यीशु के बताये मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी और लोगों से कोरोना खत्म हो इसके लिए विशेष प्रार्थना करने की अपील की। इस दौरान सभी कार्यक्रम का लाइव टेलिकास्ट सोशल मीडिया पर किया गया।

कैंडल जलाकर खुशी मनाई

एबीसी चर्च अलीगंज में सुबह लोगों ने कैंडल जलाकर यीशु के दोबारा जी उठने की खुशी मनाई और एक दूसरे को ईस्टर की बधाई दी। जहां बिशप शैलेंद्र दास ने ईस्टर संदेश दिया। इस दौरान घरों में भी लोगों ने कैंडल लेकर गाओ-गाओ जय के गीत गाओ गीत को गाकर प्रभु यीशु के जी उठने की खुशी मनाई। इस दौरान लोगों से अपील की गई कि वो प्रभु से प्रार्थना करें कि जल्द से जल्द यह संकट दूर हो।

एक-दूसरे को दी बधाई

ईस्टर पर बेतेसदा फैलोशिप ट्रस्ट की ओर से बुद्धेश्वर स्थित दया का घर में विशेष प्रार्थना सभा हुई। इसमें प्रभु यीशु मसीह के दोबारा जीवित होने पर एक दूसरे को शुभकामनाएं दी गई। क्वायर ने मसीह गीत आज यीशु जिंदा है सुनाया। इसके साथ ही जिंदा हुआ जिंदा हुआ यीशु जिंदा हुआ और गाओ गाओ जय के गीत गाओ मसीह गीतों को सुनाया। बिशप डॉ। आरसी शेत ने संदेश दिया कि प्रभु ईसा मसीह ने मानवता के लिए कुर्बानी दी। उनका दोबारा जीवित होना विश्व को प्रेम की राह पर चलने का संदेश देता है।