28 सितंबर को कराया गया था पहले चरण का एंट्रेंस एग्जाम

8 अक्टूबर को कराया गया था दूसरे चरण का एंट्रेंस एग्जाम

115 शहरों में कराया गया था एंट्रेंस एग्जाम

10 हजार के करीब स्टूडेंट्स शामिल हुए थे इस एग्जाम में

- टेक्निकल कारणों से रिजल्ट घोषित होने में हो रही है देरी

LUCKNOW: बीबीएयू में सेशन 2020-21 में एडमिशन लेने के लिए दो चरणों के एंट्रेंस एग्जाम हो चुके हैं, जिनके रिजल्ट मंगलवार को जारी होने की उम्मीद है। पिछले साल भी ऑनलाइन एग्जाम कराया गया था और करीब एक सप्ताह में रिजल्ट भी घोषित हो गए थे लेकिन इस साल एडमिशन को लेकर बनाई गई इंटरनल कमेटी टेक्निकल कारणों से रिजल्ट अब तक घोषित नहीं कर सकी है। बता दें कि 28 सितंबर को पहले चरण के और 8 अक्टूबर को दूसरे चरण के एग्जाम कराए गए थे।

रॉ स्कोर की शीट से हो रही देर

यूनिवर्सिटी के सूत्रों की मानें तो एडमिशन के लिए जो इंटरनल कमेटी बनाई गई है वह रिजल्ट बनाने का काम कर रही है। जिसे टीसीएस ने रॉ स्कोर की रिजल्ट शीट दे दी है। अब मामला यहां पर अटक गया है कि उन स्टूडेंट्स का रिजल्ट कैसे घोषित हो जिनके एक ही दिन में एक ही शिफ्ट में दो एग्जाम पड़ गए। उदाहरण के तौर पर किसी एक स्टूडेंट्स की एक ही पाली में पीएचडी व एमफिल का एग्जाम एक साथ पड़ गया। हालांकि इसमें यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नियम बनाया कि अगर स्टूडेंट्स पीएचडी या एमफिल में कोई एक एग्जाम देता है तो उसके दोनों विषय के एग्जाम में समान अंक माने जाएंगे, क्योंकि प्रश्नपत्र कॉमन दिए गए थे। हालात यह हैं कि इन्हीं कारणों से रिजल्ट अभी जारी नहीं हो सके हैं।

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अलग से दे रहे पैसे!

सूत्रों के अनुसार एंट्रेंस एग्जाम 115 शहरों में कराया गया और इसमें करीब 10 हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। यूनिवर्सिटी ने प्रति स्टूडेंट 445 रुपए खर्च किए, लेकिन सेनेटाइजेशन और मास्क आदि के लिए टीसीएस ने यूनिवर्सिटी से 70 रुपए प्रति स्टूडेंट के हिसाब से अलग से मांग की है। यूनिवर्सिटी कंपनी को पैसा देने को तैयार भी हो गई है। जानकारों की माने तो एक बार टेंडर हो जाने के बाद अगल से कोई पैसा नहीं दिया जाता है।