- 30 से अधिक अधिकारी व कर्मचारी सीबीआई के दिल्ली मुख्यालय तलब

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की परीक्षाओं व रिजल्ट में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की उम्मीद है। छह दिनों तक आयोग के पूर्व सचिव, पूर्व परीक्षा नियंत्रक, अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ करके सीबीआई की टीम शनिवार की रात दिल्ली रवाना हो गई। दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय पर आयोग के कई अधिकारी व कर्मचारियों को तलब किया गया है। सीबीआई ने 2012 से 2017 तक आयोग में कार्यरत रहे उन अधिकारियों व कर्मचारियों का ब्योरा तैयार किया है जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसमें संदिग्ध भूमिका वालों को नोटिस देकर दिल्ली स्थित मुख्यालय तलब किया गया है।

550 परीक्षाओं व जारी रिजल्ट की जांच

सीबीआई को आयोग द्वारा आयोजित वर्ष 2012 से 2017 तक की करीब 550 परीक्षाओं व जारी रिजल्ट की जांच करनी है। इसके मद्देनजर सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम सात सितंबर सोमवार को प्रयागराज आयी थी। पहले दिन आयोग आकर पूर्व परीक्षा नियंत्रक से पूछताछ की गई। पूछताछ का सिलसिला शनिवार की शाम तक चला। पूर्व परीक्षा नियंत्रक व पूर्व सचिव से लगातार पूछताछ हुई। पीसीएस-2013, 2014, 2015 व आरओ-एआरओ 2013 व 2014 में हुई गड़बड़ी के संदर्भ में आयोग के पूर्व परीक्षा नियंत्रक व पूर्व सचिव से लंबी पूछताछ चली। वहीं, आयोग के करीब आठ अपर निजी सचिवों से पूछताछ करके जरूरी साक्ष्य जुटाए गए। साथ ही पीसीएस-2015 बैच में चयनित एक एसडीएम से कैंप कार्यालय पर पांच घंटे तक पूछताछ हुई। वहीं, आयोग के 10 से अधिक कर्मचारियों को नोटिस देकर दिल्ली बुलाया गया है। इसके अलावा एपीएस-2010 की परीक्षा कराने वाले लगभग 20 अधिकारियों, कर्मचारियों को नोटिस देकर दिल्ली तलब किया गया है। एपीएस संघ के पूर्व अध्यक्ष को भी तलब करने की तैयारी है।

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एपीएस-2010 में हो सकती एफआईआर

सीबीआई को इधर छह दिनों की जांच व पूछताछ में एपीएस-2010 की परीक्षा में काफी खामियां मिली है। सूत्रों के अनुसार एपीएस-2010 के मामले में सीबीआई जल्द एफआईआर करा सकती है।