- गन्ना एवं चीनी विकास उद्योग में तैनात इंजीनियर के विराजखंड में डकैती

- पत्नी व बेटी को बंधक बनाकर लूटपाट, चादर से बांधे हाथ-पैर

- परिवार के सभी मोबाइल व सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी ले गए

2.30 बजे - बदमाश घर के अंदर दाखिल हुए

2.45 बजे - मां-बेटी को बंधक बनाया

3.00 बजे - दोनों को चादर से बांध कर डाल दिया

4.30 बजे - कमरों और अलमारी को खंगाला, लूट कर फरार हो गए

5.00 बजे - बेटी ने बंधक मुक्त होकर सामने रहने वाले रिटायर्ड जज के बेटे को सूचना दी

5.15 बजे - जज के बेटे ने डायल 112 पर डकैती की सूचना दी

5.30 बजे - 112 डायल की गाड़ी फोर्स समेत मौके पर पहुंची

6.00 बजे - विभूतिखंड पुलिस मौके पर पहुंची

7.00 बजे - पुलिस अफसर और डॉग स्क्वॉयड टीम मौके पर पहुंची

10.00 बजे - फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की

5.30 बजे - सीपी ने पीडि़त परिवार से मौके पर पहुंच कर मुलाकात की

LUCKNOW : ठीक 60 दिन बाद शहर की पॉश कॉलोनी में डकैतों ने फिर धावा बोला। बदमाशों ने विभूतिखंड के विराजखंड-4 स्थित गन्ना एवं चीनी विकास उद्योग के इंजीनियर के घर डकैती को अंजाम दिया। डकैती की मॉडसअपरेंडी 6 अक्टूबर की रात चिनहट के विकल्पखंड-3 में सीनियर फ्रूड इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह के घर में वारदात जैसी थी। रात 2.30 बजे करीब 7 से 8 नकाबपोश बदमाश बाउंड्री फांद कर दाखिल हुए और विंडो की ग्रिल को निकाल कर अंदर पहुंचे। घर में मौजूद इंजीनियर की पत्नी और बेटी के हाथ पैर चादर से बांध कर बंधक बनाया। बदमाशों ने जान से मारने की धमकी दी। इस दौरान बेटी के शोर मचाने पर नुकीले हथियार से एक बदमाश ने उसे घायल कर दिया। बदमाशों ने दो घंटे तक एक-एक कमरे और अलमारी को खंगाला। परिजनों के अनुसार बदमाश डेढ़ लाख कैश और लाखों की ज्वैलरी लूट ले गए।

मंगलवार रात इंजीनियर मेरठ हुए थे रवाना

विभूतिखंड के विराजखंड 4 निवासी इंजीनियर योगेंद्र श्रीवास्तव गन्ना एवं चीनी विकास उद्योग में तैनात हैं। वह वर्तमान में मेरठ में तैनात हैं। इंजीनियर योगेंद्र श्रीवास्तव 2 दिन की छुट्टी में घर आए हुए थे। परिवार में पत्नी निशा श्रीवास्तव, बेटी जीनिया सहित पांच लोग हैं। वह मंगलवार शाम 9 बजे के करीब अपने बेटे के साथ नौचंदी एक्सप्रेस से मेरठ निकल गया। सुबह करीब 5 बजे इंजीनियर की पत्नी ने फोन कर बताया कि घर पर बदमाशों ने धावा बोल दिया और उन्हे बंधक बनाया है।

8 से 10 नकाबपोश बदमाशों ने की वारदात

निशा के अनुसार रात करीब 2.30 बजे के बीच 8 से 10 नकाबपोश बदमाश मेन गेट फांद कर अंदर दाखिल हुए और ड्राइंगरूम की खिड़की की ग्रिल तोड़ कर अंदर आ गये। बदमाशों के हाथ में चाकू, डंडे, असलहे और बांका था। बदमाशों ने जान से मारने की धमकी दी। बेटी जीनिया ने मदद के लिए शोर मचाया तो बदमाशों ने लोहे के हथियार से उसके सिर पर वार कर घायल कर दिया।

चादर फाड़ कर बांधे हाथ पैर व मुंह

पांच बदमाशों ने अपने मुंह ढक रखे थे। सभी ने लोअर टी शर्ट पहन रखी थी। नीचे के फ्लोर पर बने तीन कमरों की बारी-बारी से तलाशी ली। बदमाशों ने बेड की चादर फाड़ कर उनके और बेटी के हाथ-पैर व मुंह बांध दिया। इसके बाद बाथरूम में बंद कर दिया। बदमाशों के हाथों में असलहे देख वह डर गई।

2 घंटे तक की लूटपाट, डीवीआर भी ले गए

बदमाशों ने इंजीनियर के घर में करीब 2 घंटे तक तांडव किया। हर कमरे, अलमारी की तलाशी ली और सारा सामान अस्त-व्यस्त कर दिया। बदमाश घर में रखा कैश और ज्वैलरी लूट ले गए। पूरा मकान सीसीटीवी कैमरे से लैस है। बदमाश भागते समय डीवीआर भी उखाड़ कर साथ ले गए। डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन के अनुसार बदमाश करीब डेढ़ लाख रुपये कैश और ढाई लाख की ज्वैलरी अपने साथ ले गए।

रिटायर्ड जज के परिवार से मांगी मदद

सुबह 4.30 बजे बदमाशों वारदात को अंजाम देकर मकान के पीछे रास्ते से निकल कर फरार हो गए। मकान के पिछले रास्ते से रेलवे पटरी महज पचास मीटर की दूरी पर है। जीनिया ने सुबह 5 बजे किसी तरह अपने को बंधक मुक्त किया और घर के सामने रहने वाले रिटायर्ड जज एससी मिश्रा के घर को नॉक कर मदद मांगी। उनके वकील बेटे ने जीनिया से पूरी बात की जानकारी लेकर डायल 112 को कॉल कर घटना की सूचना दी। पॉश इलाके में डकैती की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस टीम पहुंच गई और छानबीन शुरू की। फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच की। मकान से डीवीआर गायब होने के चलते बदमाशों की फुटेज नहीं मिल सकी। पुलिस की टीम ने आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालना शुरू किया, जिससे बदमाशों की संख्या, उनके आने जाने की लोकेशन का पता चल सके।

खाली प्लॉट से सड़क तक रास्ता तय किया

रेलवे लाइन के किनारे स्थित इंजीनियर के मकान में बदमाशों ने बगल के खाली प्लॉट से सड़क तक रास्ता तय किया। इसके बाद मेन गेट के पास दीवार फांद कर अंदर दाखिल हुए। ड्राइंग रूम की खिड़की की ग्रिल खोल कर बाहर किया और अंदर दाखिल हो गए

अंदर डकैत, बाहर पुलिस कर रही थी गश्त

इंजीनियर के मुताबिक उनकी पत्‍‌नी ने बताया कि जब बदमाश परिवार को बंधक बनाए हुए थे। उस दौरान पुलिस की जीप भी दरवाजे के सामने से गश्त करती हुई निकली, लेकिन पुलिस को इस बात की भनक भी नहीं लगी। इसकी पुष्टि भी पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर और डीसीपी ने की।

सीसीटीवी कैमरा और सेंसर हूटर लगा रखा है

इंजीनियर योगेंद्र के मुताबिक घर की सुरक्षा के लिए उन्होंने पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं। घर में हर तरफ सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं और सेंसर हूटर भी लगवाया है ताकि कोई अनजान आदमी घुसे तो अलार्म बज जाए, लेकिन मंगलवार रात बदमाशों ने जब धावा बोला तो यह काम नहीं कर रहा था। घर में एक लैबराडोर डॉग भी पाला है। हालांकि फैमिली मेंबर ने उसे रात में अलग कमरे में बंद कर दिया था। बदमाश अपने साथ सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर, आई फोन और फैमिली मेंबर्स के सभी मोबाइल ले गए। ताकि पुलिस को तत्काल सूचना न दे सकें।

कोट

विराज खंड कॉलोनी में बदमाशों ने इंजीनियर की फैमिली को बंधक बनाकर लूटपाट को अंजाम दिया। फैमिली की तहरीर पर डकैती की धारा में केस दर्ज किया गया है। आस-पास की सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ-साथ बदमाशों की मॉडसअपरेंडी को मैच कराया जा रहा है। पुलिस की कई टीमें बनाई गई हैं। रेलवे ट्रक के आस-पास रात के समय गश्त बढ़ाई जाएगी।

डीके ठाकुर, पुलिस कमिश्नर