लखनऊ (ब्यूरो)। बटलर पैलेस कॉलोनी के एक शख्स का सैंपल जांच के लिए केजीएमयू गया। वह रिजल्ट के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। 24 घंटे के बाद कोविड पोर्टल लिंक पर जाकर चेक किया तो रिजल्ट रिपीट सैंपलिंग दिखा रहा था। इस पर उन्होंने दोबारा जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वहीं पोर्टल पर पहले जो सैंपल रिपीट दिखा रहा था, वही रिपोर्ट अगले दिन निगेटिव दिखाने लगी। वह समझ नहीं पा रहे थे कि कौन सी रिपोर्ट सही है और कौन सी गलत क्योंकि 48 घंटे के भीतर दोनों जांच रिपोर्ट ही बदल गई।


चार घंटे में बदल गई रिपोर्ट
एकेटीयू में कोरोना संक्रमित मिलने पर जांच हुई तो बड़ी संख्या में सैंपल जांच को भेजा गया। पोर्टल पर करीब 100 रिपीट सैंपल दिखाने लगे। वहीं करीब चार घंटे के बाद रिपोर्ट देखी तो रिपोर्ट शो होने लगी। ऐसे में पूरे स्टाफ में असमंजस की स्थिति बनी रही।

लैब से मांगा जवाब
ये केसेज, इस बात को समझने के लिए काफी हैं कि राजधानी में जांच के नाम पर किस तरह खेल किया जा रहा है। जिसका असर सैंपल देने की मनोदशा पर अधिक पड़ रहा है। ऐसे में जांच लैब के स्तर से हो रही लापरवाही का असर संक्रमण की रफ्तार को रोकने की दिशा में देखने को मिल सकता है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मामले को लेकर लैब से जवाब मांगा गया है।


लैब और पोर्टल सवालों के घेरे में
पहले जहां लोग गलत नाम और नंबर तक डाल दे रहे थे। वहीं अब जांच रिपोर्ट तक बदल जा रही है। लापरवाही का आलम यह है कि जो रिपोर्ट पहले कुछ दिखा रही थी वो कुछ दिनों के बाद कुछ और ही नतीजा दिखा रही है। ऐसे में जांच लैब से लेकर पोर्टल तक की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में आ गई है। केजीएमयू की माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो। अमिता जैन के मुताबिक जांच के बाद रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड की जाती है, जिसके बाद क्रॉस चेक किया जाता है कि कहीं कोई गलती तो नहीं हो गई है। इसके लिए 30 मिनट का समय मिलता है, जिसके बाद सिस्टम लॉक हो जाता है। अगर ऐसा कोई मामला है तो जो दूसरी रिपोर्ट है वहीं मान्य होगी। अगर किसी तरह की शंका है तो दोबारा जांच करा सकते हैं।


गड़बड़ी की हो रही जांच
वहीं जब मामले को लेकर जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ। मिलिंद वर्धन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस तरह की कोई शिकायत अभी तक उनके पास नहीं आई है। मामला संज्ञान में आया तो दिखाया जायेगा। इसके लिए संबंधित लैब के अधिकारियों से जवाब मांगा गया है। साथ ही गड़बड़ी किस स्तर से हुई है, यह भी चेक कराया जा रहा है।

मामला संज्ञान में आया है। इसके लिए संबंधित लैब से जवाब मांगा गया है।
डॉ। मिलिंद वर्धन, जिला सर्विलांस अधिकारी