- अधिकारी बता रहे थे छह माह पहले छोड़ चुका संस्थान

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रुष्टयहृह्रङ्ख: पीजीआई में कोविड ड्यूटी के दौरान जिस संविदा कर्मचारी की मौत हो गई थी, उसको लेकर संस्थान के अधिकारी पहले बता रहे थे कि मृतक छह माह पहले ही संस्थान छोड़ चुका है जबकि मृतक कर्मचारी का रोस्टर ड्यूटी वाला चार्ट और ड्यूटी करते हुए फोटो सामने आने पर अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। इस पर कर्मचारी संगठन संस्थान के अफसरों और निजी कंपनी को घेरने में लगे हैं।

सीएम को लिखा लेटर

हाथरस सासनी निवासी और पीजीआई में रामा इंफोटेक कंपनी के जरिए पेशेंट हेल्पर पर कार्यरत संजीव कुमार की चार अप्रैल को सिविल अस्पताल ले जाते समय एंबुलेंस में मौत हो गई थी। कर्मचारियों और परिवारीजनों के मुताबिक संजीव पीजीआई में कोविड ड्यूटी कर रहा था जबकि पीजीआई प्रशासन का कहना था कि मृतक ने छ माह पहले ही नौकरी छोड़ दी थी। यही नहीं अफसरों ने ड्यूटी रोस्टर भी गायब करा दिया गया था, लेकिन मंगलवार को संजीव का ड्यूटी रोस्टर और उसके साइन सामने आने के बाद अफसर अब कुछ बोल नहीं रहे हैं। कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष गोपी चंद, महामंत्री सोनू शुक्ला के अलावा नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा शुक्ला ने सीएम समेत संस्थान के अन्य अफसरों को पत्र लिख मृतक के परिवारीजनों को आर्थिक सहयोग और किसी एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है।