लखनऊ (ब्यूरो)। बंथरा स्थित बनी-मोहान रोड पर शुक्रवार देर रात करीब ढाई बजे लतीफनगर के पास तेज रफ्तार टैंकर ने सामने से आ रहे डाले में टक्कर मार दी। हादसे में 15 वर्षीय डाला चालक शामीन और दो सगे भाइयों समेत सात लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच घायल हो गए। घायलों को ट्रामा में भर्ती कराया गया है। शामीन हरदोई के अतरौली गोड़वा गोनी गांव का रहने वाला था और नाबालिग था। वह पड़ोस में रहने वाले अजय कश्यप की शादी में डीजे बजाकर साथी और मजदूरों के साथ वापस हरदोई लौट रहा था।

गांव वाले बने मददगार, पहुंचाया ट्रामा

इंस्पेक्टर बंथरा अजय प्रताप सिंह के मुताबिक, टक्कर इतनी तेज थी कि डाले के परखच्चे उड़ गए। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़े। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने लोगों की मदद से डाले में फंसे लोगों को निकाला और केजीएमयू के ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे। वहां, डाक्टरों ने परीक्षण के बाद सात को मृत घोषित कर दिया, वहीं पांच की हालत नाजुक देख भर्ती कर लिया। हादसे में डाला चालक शामीन, हरदोई के अतरौली दलेलपुर के रहने वाले सगे भाई जयकरन व स्वयंबर, पकरिया कोल के राहुल, भिखानी के पुरुषोत्तम, दलेलपुर के रामधर और शैलेंद्र की मौत हुई है। उधर, घायलों में संतोष, कुलदीप, रामेंद्र, जितेंद्र और विवेक है।

टैंकर ड्राइवर की तलाश जारी

शनिवार को सभी के परिजन लखनऊ पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद सभी शवों को लेकर हरदोई रवाना हो गए। इंस्पेक्टर ने बताया कि टैंकर के नंबर के आधार पर अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है। हरदोई जाने वाले डाले के गाड़ी का नंबर यूपी 32 ईजेड 9616 था जबकि जिस टैैंकर से भिड़ंत हुई उसका नंबर यूपी 85 एटी 3629 है। पुलिस अब टैैंकर ड्राइवर की तलाश कर रही है। हादसे के बाद वह घायलों की मदद करने की जगह मौके से फरार हो गया।

तीन जिलों की पुलिस ने किया अनदेखा

इतने बड़े हादसे की जिम्मेदार तीन जनपदों की पुलिस है। डाला चालक शामीन नाबालिग था। उसके पिता यामीन ने बताया कि बेटे की उम्र 15 साल थी। शामीन शाम को हरदोई के अतरौली से निकला। इसके बाद वह मोहान रोड होते हुए उन्नाव पहुंच गया। इसके बाद यहां शादी में डीजे बजाकर फिर वापस हरदोई जा रहा था, तभी रास्ते में हादसा हो गया। वहीं, प्रमुख सचिव गृह से लेकर डीजीपी जगह-जगह पुलिस चेकिंग का दम भर रहे हैं। इसके बाद भी पुलिस ने कहीं चेकिंग कर उसे नहीं रोका। पुलिस अगर चेङ्क्षकग करती और किशोर को रोक लेती तो कम से कम इतने लोगों की जान तो न जाती।