- श्रीराम लीला समिति ऐशबाग में रामलीला के सातवें दिन हुई कई लीलाएं

LUCKNOW: श्रीराम लीला समिति ऐशबाग में चल रही ऑनलाइन रामलीला के सातवें दिन शुक्रवार को राम-शबरी प्रसंग ने सभी भक्तों को समरसता का संदेश दिया। इसके अलावा राम-हनुमान मिलन, राम सुग्रीव मित्रता, बालि वध आदि लीलाओं ने भी सबका मन मोह लिया।

नृत्य से की देवी स्तुति

शुक्रवार को रामलीला मंचन से पूर्व गणेश वंदना, विष्णु वंदना, राम वंदना और जननी स्तुति पर भावपूर्ण नृत्य कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया। इसके बाद वैष्णवी वर्मा, परी, आरोही, विष्णु वर्मा आदि ने देवी स्तुति पर नृत्य प्रस्तुत किया।

बालि-सुग्रीव युद्ध

नृत्य प्रस्तुति के बाद रामलीला की शुरुआत राम-शबरी मिलन लीला से हुई। इस प्रसंग में जब सीता को खोजते हुए राम दंडकारण्य वन पहुंचते हैं तो वहां उनकी मुलाकात शबरी से होती है। शबरी श्रीराम को अपने जूठे बेर खाने को देती है, जिन्हें खाकर भगवान श्रीराम समरसता का संदेश देते हैं। इसके बाद राम सुग्रीव मित्रता लीला हुई। इस प्रसंग में श्रीराम की हनुमानजी से मुलाकात होती है इसके बाद बजरंगबली श्रीराम को सुग्रीव से मिलवाते हैं। इसके बाद बालि और सुग्रीव युद्ध के दौरान राम छल से बालि को अपने बाण से मार सुग्रीव को उनका राज्य और पत्‍‌नी वापस दिलाते है। बालि के मर जाने पर तारा विलाप करने लगती है। इसी के साथ रामलीला मंचन का समापन हो जाता है।