- ट्रेन की दो बोगी पटरी से उतरी, हादसे के समय नींद में थे यात्री

- स्पीड कम होने के टला बड़ा हादसा, सौ से ज्यादा यात्री थे कोच में

LUCKNOW :

चारबाग रेलवे स्टेशन पर सोमवार सुबह शहीद एक्सप्रेस (04674) के दो कोच पटरी से उतर गए। हालांकि यात्रियों को किसी तरह की चोट आने की सूचना नहीं है। बोगियों को पटरी पर लाने का काम शुरू कर दिया गया है। घटना सोमवार सुबह 7.45 बजे की है। अमृतसर से जयनगर जाने वाली ट्रेन संख्या 14674 शहीद एक्सप्रेस चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां कुछ यात्री उतरे और जयनगर जाने के लिए यात्री ट्रेन में चढ़े। स्टेशन से निकलकर कुछ दूर चलते ही खम्मन पीर की मजार के पास ट्रेन की दो बोगियां पटरी से उतर गईं। जिससे हड़कंप मच गया।

दोनों कोच में सौ से अधिक यात्री थे सवार

ट्रेन के झटके से रुक जाने की वजह से सो रहे यात्रियों की नींद टूट गई और वह घबरा गए। आनन फानन कंट्रोल रूम के जरिए रेलवे प्रशासन को सूचना मिली कि दो बोगियां डी 1 और थर्ड एसी बोगी बी 5 पटरी से उतर गई हैं। जिसके बाद रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे। इन बोगियों में 100 से अधिक यात्री थे। हालांकि यात्रियों को कोई चोट नहीं आई है। ट्रेन की स्पीड कम थी इस वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया। वहीं दूसरी तरफ ट्रेन के डिरेलमेंट को लेकर आला अधिकारियों की टीम भी मौके पर पहुंची और बोगियों को पटरी पर लाने का काम शुरू किया गया।

गलत ट्रैक की वजह से हुआ हादसा

उत्तर रेलवे प्रशासन से जुड़े सूत्रों ने बताया कि हादसे की वजह प्रथम दृष्टया यह सामने आ रही है कि ट्रेन को गलत ट्रक पर ले जाने की वजह से डिब्बे पटरी से उतरे। ट्रेन को दाईं ट्रैक पर आना था, जबकि उसे बाईं ओर वाले ट्रैक पर ले जाया गया। जिसकी वजह से डिरेलमेंट हुआ हालांकि हादसे की असली वजह जांच के बाद ही सामने आएगी। जिसके लिए समिति गठित की गई है।

यात्रियों का स्टेशन पर हंगामा

पटरी से उतरे कोच के यात्रियों ने चारबाग स्टेशन पर हंगामा किया। यात्री सोनू, संजीव, अवधेश और दीपक ने आरोप लगाया कि उनका आरक्षित टिकट था, लेकिन अफसरों ने अन्य कोचों में बैठा दिया, वहीं पहले से भरे कोचों में यात्रियों ने अपनी सीटों पर बैठाने से मना कर दया। यात्रियों ने आरोप लगाया कि चारबाग बड़ा स्टेशन है, यहां से दो कोचों को लगाना चाहिए। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक जगतोष शुक्ला ने दावा किया कि अन्य कोच में पर्याप्त स्थान था, इसलिए कोई परेशानी नहीं हुई। उधर रेलवे ने दावा किया यात्रियों को चाय व बिस्कुट दिए गए, लेकिन यात्रियों ने इसे खारिज कर दिया।

जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल यात्रियों को दूसरे कोचों में बैठाकर ट्रेन रवाना कर दी गई है।

संजय त्रिपाठी, डीआरएम, उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल।