- कोरोना संक्रमण के कारण इस बार बदले-बदले अंदाज में नजर आएगा रक्षाबंधन का पर्व

LUCKNOW: कोरोना के कारण इस बार रक्षाबंधन का पर्व भी बदले अंदाज में नजर आएगा। बहने भाइयों को वर्चअल या फिर डाक से राखियां भेजेंगी, वहीं भाई बहनों को ऑनलाइन गिफ्ट देंगे। राजधानी के कई परिवारों ने तय किया है कि वे गूगल मीट या फिर ऑनलाइन वीडियो कॉल से इस पर्व को मनाएंगे। आइए जानते हैं, इस बार लोग किस तरह मनाएंगे रक्षाबंधन का पर्व

ऑनलाइन भेजूंगा गिफ्ट

मेरी बहन सौम्या सिंह प्रयागराज में जॉब करती है और वहीं मेरा पैतृक आवास है। हर रक्षाबंधन पर वह एक दिन पहले ही मेरे पास आ जाती थी लेकिन इस बार हम दोनों ने मिल कर डिसाइड किया है कि कोरोना संक्रमण को देखते ट्रैवेल न करना ही बेहतर है। वह मुझे राखी भेज देगी और मैं उसका गिफ्ट ऑनलाइन भेज दूंगा।

सौमित्र सिंह, लखनऊ

मैं तो पोस्ट करूंगी राखी

मेरा भाई इस समय लखनऊ में हैं और मैं प्रयागराज में हूं। मैं इस बार कोरोना संक्रमण के कारण लखनऊ नहीं जाऊंगी। भाई को जल्द ही राखी पोस्ट कर दूंगी। मैं तो सभी बहनों से यही अपील कर रही हूं कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इस बार यात्रा करने से बचें।

सौम्या सिंह, प्रयागराज

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गोमती नगर से मेरी बहन आकांक्षा हर साल राखी बांधने के लिए आती है लेकिन इस बार मैंने उसे घर पर ही रहने के लिए कहा है। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए मैं भी उस दिन घर पर ही रहूंगा। उससे ऑनलाइन बात करूंगा और ऑनलाइन ही बहन को गिफ्ट दूंगा।

कन्हैया, आईटी चौराहा

रक्षाबंधन के लिए भाई के घर न जाना खलेगा तो जरूर लेकिन सुरक्षा के लिए यह जरूरी है। मैं उसे वर्चुअल राखी भेजूंगी। जब हम दोनों स्वस्थ्य रहेंगे तो आगे के त्योहार भी अच्छे से मना सकेंगे। पहली बार ऐसा होगा कि मैं उसे राखी नहीं बांध सकूंगी।

आकांक्षा, गोमती नगर

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सिंगल कोट

मेरे भाई लखनऊ में ही रहते हैं लेकिन वह राखी बंधवाने नहीं आएंगे और न मैं राखी बांधने जाऊंगी। मैं बाई पोस्ट या ऑनलाइन रखी भेजेंगे। इंदौर से बेटे को राखी बांधने उनकी कजिन आती थी, वह भी नहीं आ रही है। बच्चे उसे ऑनलाइन गिफ्ट भेजेंगे। कोरोना से बचने के लिए यह जरूरी भी है।

रिचा खन्ना, मेंबर मजिस्ट्रेट, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (अंडर द जुवेनाइल एक्ट- 2015भ्), लखनऊ

लोगों को संदेश दिया जा रहा है कि जब तक जरूरी काम ना हो तब तक बाहर ना निकलें। इसी के चलते हम लोगों ने रक्षाबंधन पर एक-दूसरे के घर ना जाने का डिसीजन लिया है। इस बार भाई को राखी पोस्ट से भेजूंगी। रक्षाबंधन के दिन दोनों फैमलीज ऑनलाइन होंगी और खूब बातें की जाएंगी।

मांडवी त्रिपाठी, प्रिंसिपल, लखनऊ इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल

मेरे दोनों भाई कृष्णा नगर में रहते हैं। हर साल मैं उनके घर जाती थी लेकिन इस बार हम सब रक्षाबंधन के दिन ऑनलाइन एक-दूसरे के टच में रहेंगे। मैंने तो अपने स्टूडेंट्स से भी कहा है कि वे घर से न निकलें और इस पर्व को ऑनलाइन ही मनाएं। कोरोना से बचने के लिए यह जरूरी है।

शालिनी तिवारी, प्रिंसपल, राजकुमार एकेडमी

बॉक्स

खूब बन रहे ऑनलाइन वीडियो

कई स्कूलों के प्रिंसपल ने बताया कि हर साल वे रक्षाबंधन से पहले बच्चों से राखी मंगवाकर कर सैनिकों के लिए भेजते थे। इस बार बच्चों से वीडियो बनवाए जा रहे है जो रक्षाबंधन के दिन रिलीज किए जाएंगे, जो सैनिकों को समर्पित होंगे।