- स्मार्ट सिटी के तहत शहर के कई प्वाइंट्स पर लगाए गए हैं स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल्स
- पब्लिक हो रही कंफ्यूज, रेड लाइट जलने पर भी ट्रैफिक चलता रहता
LUCKNOW: शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जगह-जगह लगाए गए स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल शोपीस बनते जा रहे हैं। आलम यह है कि कहीं सिग्नल जल ही नहीं रहे हैं तो कहीं जलने के बावजूद शोपीस बनकर रह गए हैं। जिसकी वजह से वाहन सवारों को जाम रूपी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद स्मार्ट सिटी के जिम्मेदारों की ओर से इस समस्या की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
20 से अधिक प्वाइंट्स पर
स्मार्ट सिटी के तहत 20 से अधिक प्वाइंट्स पर स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं। उम्मीद यह थी कि सिग्नल के लगने के बाद पब्लिक को जाम से राहत मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आलम यह है कि ट्रैफिक सिग्नल प्रॉपर काम नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से वाहन सवार कंफ्यूज हो जाते हैं।
इनके लिए मुसीबत ज्यादा
लोकल के लोग तो यह जानते हैं कि स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल प्रॉपर काम नहीं कर रहे हैं, जबकि दूसरे शहरों से आने वाले लोग सिग्नल रेड होते ही गाड़ी रोक देते हैं जबकि लोकल की गाडि़यां तेजी से निकल जाती हैं। ऐसे में कई बार हादसे होने से भी बचते हैं।
यह है तस्वीर
स्थान-पॉलीटेक्निक चौराहा से मुंशी पुलिया रोड
स्थिति-स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल बंद
समस्या-जाम से जूझती पब्लिक
स्थान-पॉलीटेक्निक चौराहा
स्थिति-सिग्नल बंद
समस्या-पब्लिक कंफ्यूज
स्थान-पॉलीटेक्निक चौराहा से निशातगंज पुल
स्थिति-सिग्नल बंद
समस्या-ट्रैफिक कंट्रोल करना मुश्किल
स्थान-वेब मॉल से पॉलीटेक्निक चौराहा रोड
स्थिति-सिग्नल बंद
समस्या-बेतरतीब ट्रैफिक
स्थान-पुरनिया ओवरब्रिज के पास
स्थिति-रेड सिग्नल, फिर भी दौड़ रही गाड़ी
समस्या-हादसे होने का खतरा
स्थान-संगीत नाटक अकादमी
स्थिति-सिग्नल रेड, फिर भी ट्रैफिक चल रहा
समस्या-हो सकता हादसा
रात में स्थिति खतरनाक
दिन में तो किसी तरह पब्लिक मैनेज कर लेती है लेकिन रात में हालात बेहद खराब हो जाते हैं। सिग्नल के प्रॉपर वर्क न करने से तेज रफ्तार गाडि़यों के आपसा में टकराने का डर बना रहता है।
पब्लिक से बातचीत
स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल की वजह से कई बार वाहन चलाते समय कंफ्यूजन की स्थिति रहती है। सिग्नल रेड होने के बावजूद ट्रैफिक चलता रहता है। जिससे हादसा हो सकता है।
देवेंद्र गुप्ता,भूतनाथ मार्केट
अगर सिग्नल प्रॉपर काम करें तो निश्चित रूप से पब्लिक को पॉलीटेक्निक या फिर अन्य चौराहों पर लगने वाले जाम से राहत मिल सकती है।
हेमंत भसीन, इंदिरा नगर
महानगर समेत कई चौराहों पर जब स्मार्ट सिग्नल लगे तो उम्मीद जगी थी कि जाम से राहत मिलेगी लेकिन कुछ चौराहों को छोड़कर अन्य चौराहों पर लगे स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल शोपीस बनकर रह गए हैं।
अरविंद पाठक, गोमती नगर
स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल को प्रॉपर काम करना चाहिए। जहां ये सिग्नल ठीक से काम कर रहे हैं, वहां पब्लिक को जाम का सामना नहीं करना पड़ता है। जरूरी है कि सभी सिग्नल ठीक से चलें।
दानिक सिद्दीकी, कैसरबाग