लखनऊ (ब्यूरो)। 'ऑपरेशन मुस्कान' के तहत लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने पूर्वी जोन में पांच माह के अंदर 284 परिवारों में खुशियां लौटा दीं। जिसमें गोमतीनगर थाने से 93, विभूतिखंड से 70 और कैंट क्षेत्र से 121 लोगों को बरामद कर उनके परिजनों को सौंप दिया। डीसीपी पूर्वी प्राची सिंह ने बताया कि जो लोग अभी लापता हैं, उनको ऑपरेशन मुस्कान के तहत जल्द बरामद किया जाएगा, ताकि उनके परिवार में फिर से खुशियां लौटाई जा सकें।

6 साल बाद मिली बेटी तो घर में लौटी खुशी

26 जुलाई 2017 को तहसील महमूदाबाद जिला सीतापुर के रहने वाले छोटे लाल लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अपनी लड़की रीना (21) की दवा लेने आए हुए थे। दवाई लेने के बाद लड़की पानी लेने बाहर गई और वापस नहीं आई। जिसके बाद छोटे लाल ने बेटी को बहुत तलाशा। वापस अपने गांव जाकर भी पता लगाया, लेकिन बेटी का कोई पता नहीं चला। थक हार कर पिता छोटे लाल ने गोमतीनगर थाने पर 30 जुलाई 2017 को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद गुम हुई विवाहिता की तलाश की गई। डीसीपी पूर्वी प्राची सिंह ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत करीब 6 साल पहले गुम हुई विवाहिता को सर्विलांस व मुखबिर की सूचना से बरामद कर परिजनों के सुपुर्द किया।

कई और लापता लोगों की तलाश जारी

डीसीपी पूर्वी प्राची सिंह ने बताया कि पूर्वी जोन कमिश्नरेट लखनऊ में एक विशेष अभियान ऑपरेशन मुस्कान चलाया गया। कई टीमें बनाकर उनको बरामद किया गया है, जिसमें 284 लड़के लड़कियों को बरामद किया गया है। पुलिस आगे भी इस अभियान को जारी रखेगी और बरामदगी करती रहेगी। इसमें कुछ केस तो ऐसे हैं जो कई साल पुराने थे। उनमें स्पेशल टीमें लगाकर बरामदगी की गई है। पूर्वी जोन में और भी थाने ऐसे हैं जिनमें अच्छा परफॉर्मेंस नहीं रहा है। उनमें भी टीमें लगाकर इस अभियान को चलाते रहेंगे।