- जनेश्वर मिश्र पार्क में सांप को पकड़ने के लिए बुलाई गई है सपेरों की टीम

- अब तक 65 सांप पकड़े, 16 खतरनाक वाइपर

LUCKNOW : अगर आप जनेश्वर मिश्र पार्क घूमने जा रहे तो जरा सावधान हो जाये। क्योंकि यहां वाइपर जैसे जहरीले सांप आपको अपनी निशाना बना सकते हैं। शाम होते ही पाथ-वे पर खतरनाक सांप निकल आते हैं। जिन्हें देख कोई भी खौफ में आ जाए। रोजाना निकल रहे सांपों की दहशत के कारण ही एलडीए अधिकारियों ने सांपों को पकड़ने के लिए सपेरे तैनात किए। सपेरों के मुताबिक अब तक म्भ् से ज्यादा सांप और ख्0 गोह पकड़ जा चुके हैं। जिनमें से खतरनाक क्म् जहरीले वाइपर भी हैं। जिनके डसने पर तीन सेकेंड में ही आदमी की मौत हो जाती है।

बुलाये गये हैं सपेरे

एलडीए कर्मियों के अनुसार जून माह में ही पार्क में सांप दिखने पर सपेरों को बुलाया गया। पार्क में तैनात सपेरों ने बताया कि उन्हें विधायक जी लेकर आए थे। 9 जून को सभी को यहां लाया गया था जिसमें से ज्यादातर औरैय्या जिले के लक्ष्मनपुर गांव के हैं। जहां पर ज्यादातर सपेरे लोग रहते हैं। इसके अलावा एक व्यक्ति कन्नौज और दो व्यक्ति इटावा के भी हैं। इनमें महेशनाथ, सहेज, मंगल, प्रकाश रविंद्र, मनोज, इमान, देवेन्द्र, शशी, संतोष, बलबीर, छत्तर और अवधेश हैं। जो शाम होते ही अपने औजारों के साथ सांप पकड़ने में जुट जाते हैं। महेशनाथ ने बताया कि वह पूरी टीम के साथ मिलकर सुबह और शाम सांप पकड़ने के लिए निकलते हैं। क्योंकि इस समय पर ही सांप अपने शिकार के लिए बिलों से बाहर निकलते हैं। सपेरों ने कहा कि यहां कितने सांप हैं कहा नहीं जा सकता। बारिश के बाद भी सांप निकलते रहेंगे। अगर व्यवस्था की गई तो वे परमानेंट रहने को तैयार हैं।

दो माह के लिए है तैनाती

अधिकारियों के मुताबिक प्रति व्यक्ति 700 रुपए दिए जाएंगे। फिलहाल इन्हें दो माह के लिए लाया गया है। कुल क्फ् लोगों के हिसाब दो माह यानी म्0 दिन का लगभग भ् लाख ब्म् हजार रुपए का खर्च आएगा। इसके अलावा उनके आने जाने और रहने खाने में भी लगभग डेढ़ से दो लाख रुपए का खर्च आएगा। जिससे दो माह में एलडीए का लगभग साढ़े सात से आठ लाख रुपए का खर्च आएगा।

अब तक म्भ्

सेपेरों के मुताबिक अब तक म्भ् सांप पकड़े जा चुके हैं। जिनमें से क्म् जहरीले वाइपर हैं। इनके अलावा घोड़ा पछाड़, चीतल, धामिन व अन्य सांप हैं। सपेरों ने बताया कि जंगल बड़ा एरिया और पास में जंगल होने के कारण यहां पर सांप हैं। बारिश में बिलों में पानी भरने के कारण यह दिखने लगे हैं। पकड़ना जरूरी है अन्य घास में यह दिखते भी नहीं है जिससे किसी को काटने का खतरा भी है। इन सांपों को पकड़ने के बाद लखनऊ चिडि़याघर को सौंप दिया जाता है।