लखनऊ (ब्यूरो)। पीएम करने वाले एक्सपर्ट डॉक्टरों का मानना है कि छात्रा के शरीर पर जिस तरह की चोट आई है और उसकी हड्डी टूटी है, वह ऊंचाई से गिरने की नहीं लगती हैं। डॉक्टर्स पीछे से किसी वाहन की टक्कर लगने की आशंका भी जता रहे हैं। पुलिस का दावा है कि प्रिया की मौत 8.30 से 8.35 बजे के बीच हुई थी। इन्हीं पांच मिनटों में प्रिया की मौत का राज छिपा है। तहकीकात कर पता किया जा रहा है आखिर इन पांच मिनट में प्रिया कहां थी। उसके साथ कौन कौन था। इससे पहले किन किन छात्राओं के साथ वह थी। पुलिस इन सवालों का जवाब तलाश रही है।

बर्बरता के तथ्य आए सामने
मूलरूप से जालौन निवासी जसराम राठौर की बेटी एसआर स्कूल से आठवीं की पढ़ाई कर रही थी। वह स्कूल के हॉस्टल में रहती थी। 20 जनवरी की रात हॉस्टल में प्रिया की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बर्बरता के तथ्य सामने आए थे। इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर एक्सपर्ट से राय मांगी है।

8:05 पर पहुंची थी मेस
बीकेटी इंस्पेक्टर ने बताया कि वारदात की रात करीब 8.05 बजे प्रिया मेस पहुंची थी। मेस में वह करीब बीस मिनट तक रही थी। इसके बाद बाहर आकर करीब पांच मिनट तक वह हीटर तापती रही थीं। इसके बाद वहां से वह चली गई थी।

री-क्रिएशन किया जा सकता है
यह भी चर्चा है कि पुलिस प्रिया की मौत का राज तलाशने के लिए स्कूल मैनेजमेंट के बताए गए घटनाक्रम के अनुसार री-क्रिएशन भी कर सकती हैै। गौरतलब है कि पुलिस को स्कूल मैनेजमेंट ने सूचना तब दी थी जब अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी।

कैंपस में सीसीटीवी कैमरे नहीं
स्कूल कैंपस में सीसीटीवी कैमरे न होने की वजह से प्रिया की मौत का राज गहराता जा रहा हैै। मैनेजमेंट का कहना है कि गल्र्र्स हॉस्टल के वजह से कैमरे नहीं लगाए गए, लेकिन सवाल यह है कि क्या बिल्डिंग के बाहर और सीढिय़ों पर भी कैमरे नहीं लगवाए जा सकते थे।