लखनऊ (ब्यूरो)। निगम प्रशासन की ओर से जो निर्णय लिया गया है, उससे साफ है कि अब वार्डवार डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन की रिपोर्ट तैयार कराई जाएगी। जिससे यह आसानी से पता लग सकेगा कि प्रतिदिन किस वार्ड में कितने घरों से वेस्ट कलेक्ट किया जा रहा है। इसके साथ ही जिन घरों से वेस्ट कलेक्ट होगा, उन भवन स्वामियों से निगम की टीमें फीडबैक भी लेंगी।

हर फेरे पर नजर
वेस्ट कलेक्शन में लगी गाडिय़ों के फेरे पर भी नजर रखी जाएगी। इसका मतलब यह है कि देखा जाएगा कि एक गाड़ी एक दिन में कितने एरिया से वेस्ट कलेक्ट कर रही है। एरिया संबंधी रिपोर्ट बनने से यह साफ होगा कि एक दिन में कितने घरों को वेस्ट कलेक्शन की सुविधा दी जा रही है। इस कार्य में गाडिय़ों में लगे जीपीएस की भी मदद ली जाएगी।

लगाया जाएगा जुर्माना
यह भी स्पष्ट किया गया है कि अगर कोई वेस्ट कलेक्शन गाड़ी निर्धारित रूट पर नहीं जाती है तो उस पर दो हजार तक जुर्माना लगाया जाएगा। इस बाबत सभी जोनल अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए गए हैैं। कुल मिलाकर प्रयास यही है कि सभी गाडिय़ां निर्धारित समय और रुट पर जाएं और घरों से वेस्ट कलेक्ट करें। जिससे किसी भी इलाके की जनता को इधर-उधर वेस्ट न फेंकना पड़े।

31 दिसंबर तक का समय निर्धारित
निगम प्रशासन का प्रयास यही है कि 31 दिसंबर तक हर हाल में डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन में आ रही समस्याओं को दूर कर लिया जाए और व्यवस्था सुगमता से चले। जिससे सभी भवन स्वामियों को राहत मिले।

टाइमिंग पर भी फोकस
निगम प्रशासन की ओर से वेस्ट कलेक्शन की टाइमिंग पर भी फोकस किया जा रहा है। ज्यादातर भवन स्वामियों की कंपलेन रहती है कि कई बार वेस्ट कलेक्शन गाडिय़ां दोपहर में वेस्ट लेने आती हैैं। जिसकी वजह से उन्हें इधर-उधर वेस्ट फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए निगम प्रशासन की ओर से निर्णय लिया गया है कि सुबह 10 बजे से पहले वेस्ट कलेक्शन का कार्य हो जाए। जिससे भवन स्वामियों को इंतजार न करना पड़े।

हर सप्ताह समीक्षा
निगम प्रशासन की ओर से यह भी निर्णय लिया गया है कि हर सप्ताह वेस्ट कलेक्शन को लेकर समीक्षा की जाएगी। हर सप्ताह रिपोर्ट बनने से यह जानने में आसानी होगी कि वेस्ट कलेक्शन की स्थिति में कितना सुधार आया है।