- छावनी में बेस अस्पताल की जमीन पर अस्पताल निर्माण के लिए रक्षामंत्री ने किया भूमिपूजन

- 435 करोड़ रुपये की लागत से 17 मंजिले कमान अस्पताल का निर्माण चार साल में हो जाएगा पूरा

रुष्टयहृह्रङ्ख : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इंडो-चाइना स्टैंड ऑफ के दौरान भारतीय सेना ने करिश्माई काम किया है। जवानों ने अपनी वीरता से पूरे देश का मस्तक ऊंचा किया है। रक्षा मंत्री शनिवार को छावनी में बेस अस्पताल की जमीन पर 435 करोड़ रुपये की लागत से कमान अस्पताल के निर्माण के लिए आयोजित भूमिपूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

समाधान का होगा यह साल

रक्षामंत्री ने कहा कि पिछला साल बाधाओं का था लेकिन यह साल समाधान का होगा। पिछला साल निराशा से भरा था तो यह उत्साह से परिपूर्ण वाला होगा। इस नए कमान अस्पताल से नेपाल के रहने वाले सेवारत जवानों, अफसरों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारीजन को भी उपचार मिलेगा। पिछले 20 वर्षो से नए कमान अस्पताल का प्रोजेक्ट लंबित था। वर्ष 2018 में सेना मुख्यालय से यह पास हुआ। कई कारणों से निर्माण कार्य टलता रहा। अब इसके निर्माण की सारी बाधाएं दूर कर दी गई हैं। सेना ने यहां पर्यावरण का भी पूरा ख्याल रखा है। यहां के पेड़ों को काटने की जगह रीलोकेट किया जा रहा है।

भारतीय सेना शौर्य का प्रतीक : सीएम

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेना और प्रशासन बेहतर समन्वय के साथ कोरोना जैसी त्रासदी का सफलता से मुकाबला कर रहे हैं। भारतीय सेना दुनियाभर में शौर्य का प्रतीक है। हमें अपने जवानों पर गर्व है। इस अवसर पर सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवाने और मध्य कमान सेनाध्यक्ष आईएस घूमन भी मौजूद थे।

हर ब्लॉक पर हेलीपैड, एक साथ उड़ेंगी छह एयर एंबुलेंस

-चार साल में तैयार होगा 888 बेड वाला नया अस्पताल

-ब्रिटिश आर्मी के लिए हुई थी मध्य कमान अस्पताल की स्थापना

रुष्टयहृह्रङ्ख (16 छ्वड्डठ्ठ): 1859 में ब्रिटिश फौज के उपचार के लिए जिस बड़े अस्पताल की नींव लखनऊ छावनी में पड़ी। वह आजादी के बाद 1967 में मध्य कमान अस्पताल बन गया। यह सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल चार साल बाद देश के आधुनिकतम अस्पताल में शुमार हो जाएगा। बेस अस्पताल में मध्य कमान के प्रतीक सूर्य का नए रूप में उदय होगा।

20 साल से लंबित थी योजना

दरअसल सात राज्यों तक अपने 22 सैन्य स्टेशनों वाले मध्य कमान के वर्तमान अस्पताल को अपग्रेड करने की योजना पिछले 20 साल से लंबित थी। मध्य कमान सेनाध्यक्ष ले। जनरल इकरूप सिंह घुमन ने मध्य यूपी सब एरिया मुख्यालय को इस नए अस्पताल की डिजाइन, बजट और एनओसी सहित सभी बाधाओं को दूर करने का टास्क दिया। जीओसी मेजर जनरल राजीव शर्मा, तत्कालीन कर्नल क्यू आरके सिंह कर्नल एक्यू ले। कर्नल विवेक तिवारी ने नए कमान अस्पताल के प्रोजेक्ट को बनाकर उसका बजट मंजूर कराने में अहम भूमिका निभायी। मैकेनाइज्ड इंफेंट्री की मदद से पेड़ों को काटने की जगह उसे दूसरी जगह शिफ्ट किया गया।

यह होगी नए अस्पताल की विशेषता

-788 बेड होंगे नए अस्पताल में

-100 इमरजेंसी बेड की व्यवस्था अलग

-425 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत होगी

-भवन 40 एकड़ भूमि में होगा नया अस्पताल

-6 अलग अलग ब्लॉक होंगे। जिसमें तीन से नौ मंजिला तक होंगे भवन

-6 हेलीपैड कुल होंगे, सभी ब्लॉक पर एक हेलीकॉप्टर की होगी लैंडिंग

-750 कारों की क्षमता वाली होगी पार्किंग

जानिए किस ब्लॉक में होगा क्या

ए ब्लॉक में इमरजेंसी, पॉलीक्लीनिक, पीडियाट्रिक्स, रेस्पिरेटरी, न्यूरोलॉजी और इनके वार्ड होंगे। बी ब्लॉक में रेडिएशन थेरेपी, कीमो डे केयर, आंकोलोजी, यूरोलॉजी विभाग और वार्ड होंगे। सी ब्लॉक में ऑपरेशन थिएटर, पैथोलोजी, एनेस्थेसिया, कार्डियोलोजी, आइसीयू और उनके वार्ड शामिल किए जाएंगे। डी ब्लॉक में बर्न सेंटर, रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी, न्यूरोलॉजी, क्राइसिस वार्ड, ई ब्लॉक में रिहेबिलिटेशन, साइकेट्री, आंख, ईएनटी, गैस्ट्रोएंट्रोलोजी, नेफ्रोलोजी की सुविधा होगी। वहीं एफ ब्लॉक में रिसेप्शन, रजिस्ट्रेशन और प्रशासनिक कार्य होंगे।