लखनऊ (ब्‍यूरो): रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को सोनीपत की पहलवान सोनम मलिक ने एक फिर पटखनी दी है। मंगलवार को लखनऊ के साई सेंटर में आयोजित एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर के रोमांचक ट्रायल में सोनम और साक्षी के बीच एक-एक अंक के लिए जबरदस्त संघर्ष हुआ। हालांकि, अंतिम समय में सोनम अनुभवी पहलवान पर भारी पड़ीं। इस हार के साथ साक्षी का एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में हिस्सा लेने का सपना टूट गया। वहीं, सीमा, अंशु मलिक, निशा और पूजा ढांडा ने भी अपने-अपने मुकाबलों में जीत दर्ज करते हुए ओलंपिक क्वालीफायर के लिए जगह पक्की कर ली।

सभी की थी निगाह

एशियाई ओलंपिक के इस ट्रायल में सभी की निगाहें दिग्गज पहलवान साक्षी मलिक के प्रदर्शन पर थीं। 62 किग्रा भारवर्ग के इस ट्रायल में साक्षी ने आक्रामक अंदाज में शुरुआत की, लेकिन धीरे-धीरे मैच सोनम के पक्ष में मुड़ता चला गया। हालांकि, एक समय दोनों पहलवान बराबरी पर थीं, लेकिन अंतिम क्षणों में सोनम ने ओलंपिक पदक विजेता को पीछे छोड़ते हुए 8-7 के मामूली अंतर से जीत दर्ज कर ली। सोनम इसके पहले वर्ष 2019 में दो बार और इस साल आगरा में हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप में एक बार साक्षी मलिक को हरा चुकी हैं। वहीं, फाइनल मुकाबलों में 68 किग्रा भारवर्ग में निशा ने रितु मलिक को, 76 किग्रा में पूजा ने गुरुशरण कौर को, 50 किग्रा में सीमा ने अंकुश को और 57 किग्रा में अंशु मलिक ने ललिता को हराया।

कोच ने सोनम को सराहा

भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच कुलदीप मलिक ने कहा, निश्चित रूप से सोनम पिछले काफी समय से बढि़या प्रदर्शन कर रही हैं। वर्ष 2019 में 17 वर्ष की उम्र में बुल्गारिया में हुई विश्व कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप में सोनम ने चीन की पहलवान को 7-1 से हराकर स्वर्ण पदक जीता था। वह विश्व कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी थीं। 12 वर्ष की उम्र में कुश्ती खेलना शुरू करने वाली सोनम सुशील कुमार को अपना आदर्श मानती हैं।

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