- दंगाइयों एवं उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस की होगी स्पेशल फोर्स

- हर जोन में होगी दंगा नियंत्रण इकाई, पहले तीन जोन में होगी शुरुआत

LUCKNOW :

अब अगर किसी ने दंगा, बवाल या हंगामी प्रदर्शन किया तो लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल फोर्स उन्हें मुंह तोड़ जवाब देगी। पुलिस कमिश्नरेट में हर जोन में स्पेशल फोर्स (दंगा नियंत्रण इकाई) बनाई जा रही है। इसमें शामिल जवानों को न सिर्फ इन हालात से निपटने की पूरी ट्रेनिंग दी जा रही है, बल्कि हर तरह के आधुनिक संसाधन से भी लैस किया जा रहा है। दिसंबर 2019 में सीएए और एनआरसी के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान राजधानी में जमकर हिंसा हुई थी। इसे देखते हुए ही यह स्पेशल फोर्स तैयार की जा रही है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर लॉ एंड आर्डर नवीन अरोड़ा की निगरानी में इस फोर्स में शामिल जवानों को स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जा रही है।

अब नहीं होगी कोई चूक

आंतरिक सुरक्षा के अलावा भीड़ प्रबंधन और दंगों से निपटना अब पुलिस के लिए आसान हो जाएगा। इसमें किसी तरह की चूक नहीं होगी। जेसीपी लॉ एंड आर्डर नवीन अरोड़ा ने बताया कि अतिरिक्त भीड़ का राजधानी में आना सामान्य है, इसलिए लखनऊ पुलिस ने किसी भी आपात स्थिति से पेशेवर तरीके से निपटने का फैसला किया है। इसके लिए एक विशेष दंगा रोधी इकाई बनाई जा रही है, जिसमें दो घटक होंगे।

पहले तीन जोन में बनाई जाएगी

जेसीपी लॉ एंड आर्डर नवीन अरोड़ा ने बताया कि हर पुलिस जोन की अपनी दंगा रोधी इकाई होगी, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जिस क्षेत्र में दंगा हो रहा है, उसे अन्य क्षेत्रों से तत्काल मदद मिल जाए। इसके लिए सबसे पहले तीन जोन को चुना गया है।

रणनीति के तहत होगा काम

जेसीपी लॉ एंड आर्डर ने बताया कि इस फोर्स में शामिल जवानों को अपनी सुरक्षा के साथ उपद्रवियों को कैसे कंट्रोल किया जाए सिखाया जाएगा। उन्हें बताया जाएगा कि कैसे शांतिपूर्ण तरीके से भीड़ को कंट्रोल किया जाए। टीम में शामिल हर सदस्य को आंसू गैस के गोले का यूज करना भी सिखाया जाएगा।

तैयार हो रहा डाटा

नवीन अरोड़ा ने बताया कि अभी इस तरह के ऑपरेशन पीएसी द्वारा किए जाते हैं या गंभीर परिस्थितियों में रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया जाता है। अब पुलिस को भी इस तरह से तैयार किया जाएगा कि वह भी हर तरह के हालात को अपने स्तर से कंट्रोल कर ले। इसके साथ ही राजधानी में खुफिया तंत्र को मजबूत करने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है और पड़ोसी राज्यों से भी खुफिया सूचनाएं साझा करने की तैयारी चल रही है।

इन संसाधनों से रहेंगे लैस

- आंसू गैस के गोले

- लॉचिंग गन

- गैस ग्रेनेड

- बुलेटप्रूफ वेस्ट

- बॉडी शील्ड

- लाठी और हेलमेट

इस फोर्स में शामिल जवानों को अपनी सुरक्षा के साथ उपद्रवियों को कैसे कंट्रोल किया जाए सिखाया जाएगा।

नवीन अरोड़ा, जेसीपी लॉ एंड आर्डर