लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू में जल्द ही नाक और कान की सर्जरी बिना खून बहे हो सकेगी। इसके लिए संस्थान के ईएनटी विभाग में करीब 1.02 करोड़ रुपये की कीमत वाली आधुनिक मशीनें आ रही हैं। शासन से इनकी खरीदारी की मंजूरी मिल चुकी है। अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि ये मशीनें एक-दो माह में मिल जाएंगी। जिसका फायदा मरीजों के इलाज में मिलेगा।

सर्जरी में मिलेगी राहत

केजीएमयू के ईएनटी विभाग में कान, नाक और गले से संबंधित बीमारियों के इलाज के साथ ही सर्जरी भी की जाती है। इसमें टांसिल या कान में किसी प्रकार की गांठ आदि या नाक में होने वाली कुछ एलर्जी के चलते सर्जरी करने की जरूरत पड़ती है। फिलहाल जो सर्जरी की जा रही है उसमें समय लगता है और सर्जरी के दौरान खून भी बहता है। सर्जरी कराने वालों में बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा होती है। इस समस्या को देखते हुए विभाग ने एडवांस मशीनों को खरीदने का प्रपोजल भेजा था, जिसे शासन से मंजूरी मिल गई है। इनमें कोएब्लेटर और माइक्रोडेब्राइडर को शामिल किया गया है। इन दोनों मशीनों की खासियत यह है कि ये बेहद महीन टीश्यू को काट सकती हैं। इसके साथ ही इनसे सर्जरी करने पर खून नहीं बहता है। यानि सर्जरी बेहद सुरक्षित होने के साथ-साथ मरीज को कम समय के लिए अस्पताल में रुकना होगा।

आएंगी कई एडवांस मशीनें

अधिकारियों के मुताबिक, कोएब्लेटर का उपयोग टांसिल और कान की सर्जरी और माइक्रोडेब्राइडर का उपयोग नाक की सर्जरी में किया जाता है। ये दोनों उपकरण करीब 25-25 लाख रुपये के हैं। इनके आने के बाद विभाग में मरीजों की सर्जरी की संख्या में भी बढ़ोत्तरी होगी। इसके अलावा 20-20 लाख रुपये की लागत वाले दो माइक्रो मोटर, हैंड प्लेस विद बर्स भी खरीदे जाएंगे। इनका उपयोग कान की हड्डी में गलने की समस्या होने पर सर्जरी के दौरान किया जाता है। इसी तरह 12 लाख रुपये की लागत से ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप भी खरीदा जाएगा।

शासन से मंजूरी मिल चुकी है। जल्द ही उपकरण खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसका फायदा मरीजों को मिलेगा।

-प्रो। सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू