लखनऊ (ब्यूरो)। कानपुर रोड को अयोध्या रोड से जोडऩे वाले शहीद पथ पर हादसे लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिसके पीछे की बड़ी वजह वाहन चालकों द्वारा ओवरस्पीडिंग किया जाना सामने आया है। 80 किमी प्रति घंटे की स्पीड लिमिट की जगह कई चालक 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पर फर्राटा भरते हैं। जिसके चलते ओवरस्पीडिंग करने वाले रिकार्ड 683 वाहन स्वामियों का चालान भी 25 मई तक काटा गया और उनसे दो-दो हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। यह खुलासा इंटरसेप्टर वाहन में लगे सिस्टम की रिपोर्ट से हुआ है।

10-12 मिनट में 24 किमी की दूरी

शहीद पथ पर लगातार ओवरस्पीडिंग वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। बीते 1 मई से 25 मई के बीच हुए चालानों की रिपोर्ट के अनुसार रात में वाहन चालक सबसे ज्यादा ओवरस्पीडिंग कर रहे हैं। वाहन चालकों की ओवरस्पीडिंग का आलम यह है कि करीब 24 किमी लंबे शहीद पथ को पार करने में कई वाहन स्वामी 120 किमी की स्पीड से यह दूरी महज 10-12 मिनट में ही पूरा कर लेते है, जो इस रोड पर हादसों की बड़ी वजह बन रही है।

लगातार हो रहे हादसे

शहीद पथ पर रोजाना ढाई लाख से अधिक वाहन गुजरते हैं, जिसमें बाइक से लेकर हेवी ट्रक तक शामिल होते हैं। इसके चलते यहां पर ट्रैफिक का हेवी लोड रहता है। वहीं, सड़क सुरक्षा सेल के आंकड़ों की माने तो बीते एक साल में तेज रफ्तार के चलते यहां कुल 53 बड़े सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें करीब 7 लोगों की मृत्यु हो गई। इतना ही नहीं, 18 लोगों को गंभीर चोटें भी आईं। पर इसके बावजूद वाहन चालक शहीद पथ पर तेज रफ्तार गाड़ी चलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि वाहन चालकों को स्पीड लिमिट का ध्यान रखना चाहिए, ताकि उनका और बाकी लोगों का सफर भी सुरक्षित बना रह सके।

दिन में ओवरस्पीडिंग के मामले कम

शहीद पथ पर दिन के समय तो अधिकतर वाहनों की स्पीड तय मानक के आधार पर ही होती है लेकिन रात 12 बजे के बाद यहां हाई स्पीड पर लोग वाहन चलाते हैं। बहुत से वाहनों की स्पीड 100 किमी प्रति घंटा से अधिक होती है। यही कारण है कि शहीद पथ पर हादसे अधिक होते हैं।

शहीद पथ पर ओवरस्पीडिंग के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इंटरसेप्टर की मदद से ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई भी का जा रही है। वाहन चालकों को स्पीड लिमिट का ध्यान रखना चाहिए।

सिद्धार्थ यादव, एआरटीओ प्रवर्तन द्वितीय, लखनऊ