- पुणे की तर्ज पर शहर के प्रमुख चौराहों पर लगाए जाएंगे सेंसर

- जल्द लांच होगा एप, इसकी मदद से हर कदम पर मिलेगी जानकारी

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LUCKNOW: बस कुछ दिन का इंतजार फिर आप घर बैठे ही जान सकेंगे कि लोहिया पथ, हजरतगंज चौराहा, अलीगंज चौराहे पर जाम की क्या स्थिति है। इस स्थिति के सामने आने के बाद आप आसानी से दूसरा रूट तय कर अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे। इसकी वजह यह है कि शहरवासियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट सिटी के तहत यह कदम उठाया जा रहा है। इस योजना के तहत शहर के प्रमुख चौराहों और मार्गो पर सेंसरयुक्त कैमरे लगाए जाएंगे, जो सीधे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में मैसेज भेजेंगे। वहीं से ही एप में लोकेशन का ट्रैफिक स्टेटस अपडेट किया जाएगा, जिसके बाद कोई भी व्यक्ति एप की मदद से जाम के बारे में आसानी से जानकारी हासिल कर सकेगा।

पुणे की तर्ज पर सेंसर प्रणाली

शहर को स्मार्ट बनाने के लिए मुख्य रूप से स्मार्ट सेंटर प्रणाली पर काम किया जा रहा है। इस व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई शहरों की ओर से तैयार प्रोजेक्ट्स की स्टडी भी की गई है। हाल में ही आयोजित स्मार्ट सिटी समिट में पुणे से आए सीईओ स्मार्ट सिटी राजेंद्र जगताप ने अपने यहां लागू की गई स्मार्ट ट्रैफिक सेंसर प्रणाली से हर किसी को अवगत कराया था। हालांकि लखनऊ में भी इस दिशा में पहले से ही होमवर्क किया जा रहा है। पुणे के प्लान को ध्यान में रखते हुए लखनऊ की ओर से तैयार प्लान को और भी बेहतर किया जा रहा है।

20 चौराहों पर सेंसर प्रणाली

लखनऊ की ओर से तैयार स्मार्ट ट्रैफिक प्लान में पहले चरण में शहर के 20 चौराहे चिन्हित किए गए हैं। इन चौराहों पर सबसे पहले कैमरायुक्त सेंसर प्रणाली अपनाई जाएगी। इसके बाद इस प्रणाली को लालबाग में तैयार हो रहे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा, जिससे जनता को ट्रैफिक से जुड़ी सीधी जानकारी समय से मिल सके। इसके साथ ही दो से तीन माह के अंदर स्मार्ट एप भी लांचिंग की तैयारी है, जो लखनऊ 311 एप से बिल्कुल अलग होगा। इस एप को डाउनलोड कर ट्रैफिक स्टेटस के बारे में जानकारी हासिल की जा सकेगी। प्रथम चरण में हजरतगंज चौराहा, सिकंदरबाद चौराहा, लोहिया चौराहा, अलीगंज चौराहा, आलमबाग चौराहा, कानपुर रोड, मुंशीपुलिया, कृष्णा नगर तिराहा आदि शामिल हैं।

करीब 78 करोड़ खर्च

शहर में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने के लिए करीब 78 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का प्राविधान किया गया है। इस कदम के तहत ही स्मार्ट कैमरेयुक्त सेंसर प्रणाली, कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम, आदि शामिल है। इसके साथ ही करीब 45 करोड़ से स्मार्ट एप की लांचिंग समेत कई अन्य स्मार्ट कार्य किए जाने हैं।

हर सेकंड की जानकारी

स्मार्ट सिटी के प्रबंधक एसके जैन ने बताया कि एप की मदद से हर सेकंड रूट स्टेटस के बारे में जानकारी हासिल की जा सकेगी। सेंसरयुक्त प्रणाली को इस तरह से क्रियांवित किया जाएगा कि चौराहे के 100 मीटर के दायरे में व्हीकल स्टेटस की जानकारी मिल सकेगी।

वर्जन

शहर के प्रमुख बीस चौराहों पर कैमरायुक्त सेंसर प्रणाली अपनाई जाएगी। इसके साथ ही स्मार्ट एप को लांच किया जाएगा। सेंसर प्रणाली के माध्यम से और एप की मदद से जनता को घर बैठे ही ट्रैफिक स्टेटस के बारे में आसानी से जानकारी मिल सकेगी।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त