- चर्च में होने वाले आयोजन में सीमित संख्या में ही लोग होंगे शामिल

- गुड फ्राइडे पर इस बार नहीं निकाला जाएगा कोई भी जुलूस

LUCKNOW:

गुड फ्राइडे का पर्व आज राजधानी में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करते हुए परंपरागत तरीके से मनाया जाएगा। विभिन्न चर्च में सीमित संख्या में ही ईसाई समाज के लोग शामिल होंगे और प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाए जाने के गम के साथ उनके अवतरण की कामना करेंगे। राजधानी में गुड फ्राइडे पर्व का मुख्य आयोजन हजरतगंज स्थित कैथेड्रल चर्च में होगा। वहीं पवित्र गुरुवार को कैथेड्रल चर्च, एपीफेनी चर्च और एबीसी चर्च आदि में शाम की विशेष प्रार्थना का इस बार ऑनलाइन आयोजन किया गया।

नहीं निकलेगा जुलूस

हजरतगंज स्थित कैथेड्रल चर्च के फादर डॉ। डोनाल्ड डिसूजा ने बताया कि कोरोना के खतरे को देखते हुए इस बार आयोजन में सिर्फ 250 लोग ही शामिल होंगे। समुदाय के सभी लोगों से अपने घरों में ही रहकर प्रभु यीशु का गुणगान करने और कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना करने की अपील की गई है। लोग सोशल मीडिया के माध्यम से पूरा प्रसारण लाइव देख सकते हैं। इसके अलावा इस बार कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा।

लाइव देखें प्रार्थना

लालबाग स्थित एपीफेन चर्च के फादर ईआर बख्श ने बताया कि इस बार ईस्टर पर बेहद सीमित संख्या में ही समुदाय के लोगों को चर्च में आने की अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा कोविड नियमों के तहत मास्क और सेनेटाइजेशन के साथ सोशल डिस्टेंासिंग का भी पूरी तरह पालन किया जाएगा। एबीसी चर्च के फादर मौरिस ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार एबीसी के सभी चर्च में पादरी छोटे-छोटे समूह में ही प्रार्थनाएं करेंगे। लोग अपने घरों में लाइव देख सकेंगे। इस बार कोई भी जुलूस नहीं निकाला जाएगा।