लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू प्रशासन ने हॉस्पिटल रिवाल्विंग फंड (एचआरएफ) में सस्ते दर पर मिलने वाली दवाओं व उपकरणों की कालाबाजारी रोकने के लिए अहम कदम उठाये हैं। इसके तहत अब काउंटर पर तैनात कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है, जबकि रेट कॉन्ट्रैक्ट (आरसी) में शामिल सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी स्टोर पर तैनात फार्मासिस्ट को दी गई है, ताकि जरूरी दवाएं खत्म होने से पहले स्टोर पर उपलब्ध कराई जा सकें। ऐसा होने पर मरीजों को इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा।

जारी किए जरूरी दिशा-निर्देश

केजीएमयू में एचआरएफ के 15 काउंटर संचालित हो रहे है। यहां पर करीब 70 फीसदी तक की छूट पर दवा व उपकरण दिए जाते हैं। बीते साल एसटीएफ ने यहां की दवाओं की कालाबाजारी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया था। जिसमें एचआरएफ स्टोर में काम करने वाले कर्मचारियों की मिलीभगत उजागर हुई थी। अब तक 10 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को नौकरी से हटाया जा चुका है। वहीं, कमेटी में भी बड़ा फेरबदल किया गया है, जिसके बाद नई कमेटी नई व्यवस्था के साथ सुधार की दिशा में काम कर रही है। एचआरएफ की डॉ। अनुराधा निश्चल की तरफ से सभी स्टोर को आदेश भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि स्टोर में तैनात सभी फार्मासिस्ट दवाएं जो रेट कॉन्ट्रैक्ट में हैं, उनको अपने-अपने काउंटर पर उपलब्ध कराएं। प्रत्येक काउंटर पर दवाओं की मांग का रजिस्टार बनाया जाए। उसकी एक प्रति एचआरएफ के मुख्य स्टोर पर ईमेल के माध्यम से भेजें।

व्हाट्सग्रुप पर भेजें पर्चा

इसके अलावा फार्मासिस्ट को पर्चे की फोटो बनाये गये व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजनी होगी। बिना यूएचआईडी नंबर वाले पर्चों पर कोई भी दवा न दी जाये। इसके अलावा स्टोर पर स्टॉक और नकदी की जिम्मेदारी है। वहीं, किसी भी हालत में बिना पैसे के दवा मरीज को नहीं देनी है। प्रत्येक काउंटर पर कम से कम 10 दिनों की दवाएं होनी चाहिए। साथ ही, बिकी हुई दवा व सर्जिकल सामान की वापसी बिल के बिना न की जाए। ड्यूटी के दौरान टूट-फूट की सूचना तुरंत सेंट्रल स्टोर, केजीएमयू एचआरएफ कार्यालय को दी जानी चाहिए। स्टोर पर मौजूद दवाएं और नकदी आदि की पूरी जिम्मेदारी काउंटर पर तैनात कर्मचारियों की होगी।

जमा करें ये दस्तावेज

- आधार कार्ड की प्रति

- बायोडाटा की प्रति

- पैन कार्ड

- फार्मासिस्ट लाइसेंस की फोटोकापी

एलयू वीसी ने दिए केजीएमयू को रैंकिंग सुधार के टिप्स

केजीएमयू अपनी नैक रैंक में सुधार लाने के लिए अब एलयू की भी मदद लेगा। इसी के तहत सोमवार को वीसी डॉ। बिपिन पुरी ने एलयू वीसी प्रो। आलोक राय के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने अधिकारियों को रैंकिंग में सुधार लाने के लिए कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए।

2-4 फरवरी तक रहेगी टीम

केजीएमयू में 2-4 फरवरी को नैक की टीम निरीक्षण के लिए आ रही है। जिसको लेकर संस्थान में साफ-सफाई से लेकर रंग-रोगन और सड़क तक बनाई जा रही हैं। अभी केजीएमयू के पास नैक का ए ग्रेड है। पर एलयू की तरह ए डबल प्लस रैंकिंग हासिल करने के लिए तैयारी चल रही है। उसी के तहत एलयू वीसी आलोक कुमार राय ने केजीएमयू में अफसरों के साथ बैठक की। केजीएमयू वीसी डॉ। बिपिन पुरी ने बताया कि एक प्रजेंटेशन दिया गया। इसके अलावा वो लाइब्रेरी, पीडियाट्रिक और एनाटमी विभाग में गये। उन्होंने अपने नजरीए से बताया क्या-क्या सुधार करना चाहिए, ताकि बेहतर रैंकिंग हासिल की जा सके।