लखनऊ (ब्यूरो)। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से घबराए इंट्रीग्रल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से ऑफलाइन परीक्षा की जगह ऑनलाइन परीक्षा कराए जाने की मांग की। पहले यूनिवर्सिटी ने छात्रों को भरोसा दिया। फिर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शासन के आदेशों का हवाला देते हुए उनकी मांग अनसुनी कर दी। इससे नाराज छात्रावास के छात्र रविवार को यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर एकत्र हो गए। छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इसी बीच पहुंची पुलिस ने छात्रों पर लाठी भांजनी शुरू कर दिया। इससे मची भगदड़ में करीब एक दर्जन छात्र चोटिल हुए।

कई छात्र कोरोना पॉजिटिव
यूनिवर्सिटी में तीन जनवरी से मेडिकल कोर्स को छोड़कर अन्य कोर्सो की परीक्षाएं शुरू हुई थी। सात जनवरी को परीक्षा के बीच में एक छात्र को कोरोना के लक्षण नजर आए। आनन-फानन में शिक्षकों ने छात्र को इलाज के लिए भेजा। जांच में छात्र पॉजिटिव निकला। छात्रों के मुताबिक अगले दिन आठ जनवरी को छात्रावास में भी कई छात्र पॉजिटिव पाए गए। घबराए छात्रों ने विवि प्रशासन से ऑफलाइन परीक्षा कराने की मांग की। और परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। उस समय यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा कराने का भरोसा दिया था।

शासन का आदेश है कि परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगी। ऐसे में यूनिवर्सिटी प्रशासन ऑनलाइन परीक्षाएं कैसे करा सकता है। अगर शासन ऑनलाइन परीक्षा कराने को कहेगा तो वैसी व्यवस्था की जाएगी।
प्रो। अकील अहमद, वीसी, इंट्रीग्रल यूनिवर्सिटी