- राज्यपाल राम नाईक ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से मांगा पूरा ब्यौरा

=सीएम अखिलेश से खुद बात करेंगे राम नाईक

- राज्यपाल के हस्तक्षेप से छात्र संघ चुनाव को लेकर बढ़ी उम्मीद

LUCKNOW: प्रदेश की यूनिवर्सिटीज और डिग्री कॉलेजों में सालों से छात्रसंघ चुनाव पर लगी रोक को हटाने के लिए अब खुद प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे। वह छात्रसंघ चुनाव कराने की प्रक्रिया में आ रही अड़चनों और चुनाव की डेट जल्द जारी करने के लिए सीएम अखिलेश यादव से खुद बात करेंगे। इसके लिए राज्यपाल ने लखनऊ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो। एसबी निमसे से छात्रसंघ चुनाव कराने को लेकर सीएम को लिखे गए पत्र की कॉपी समेत अब तक की गई पहल का ब्यौरा मांगा है। इसके साथ ही राज्यपाल द्वारा खुद इस मामले में हस्तक्षेप करने से प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव कराने को लेकर उम्मीद बढ़ रही हैं।

वीसी ने राज्यपाल से की मुलाकात

लखनऊ यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को छात्रसंघ चुनाव बहाली को लेकर समाजवादी छात्रसभा की ओर से वीसी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया था। आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन जानबूझकर इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे बैठा है और अपनी मंशा नहीं स्पष्ट कर रहा है। छात्र नेता विवेक सिंह बाबा ने बताया कि शनिवार को भी हमने वीसी कार्यालय का घेराव किया। छात्रसभा के विरोध प्रदर्शन पर वीसी ने छात्रनेता से मुलाकात की और चुनाव को लेकर जो भी समस्या आ रही है, उससे उनको अवगत कराया। इसके बाद वीसी राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। उन्होंने छात्रसंघ चुनाव की मौजूदा स्थिति के बारे में अवगत कराया। जिस पर गवर्नर ने चुनाव की पूरी डिटेल वीसी से मांगी है।

सीएम से राज्यपाल करेंगे बात

यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता व छात्रसंघ भवन के सीनियर लाइब्रेरियन प्रो। एनके पांडेय ने बताया कि राज्यपाल को बीते दिनों सीएम को लिखे गए पत्र की कॉपी तलब की गई है। साथ ही वीसी को आश्वासन दिया है कि वह सीएम से इस मुद्दे पर खुद बात करेंगे। वीसी के आदेश पर राजभवन को छात्रसंघ चुनाव से जुड़े मौजूदा स्थिति से अवगत कराने के लिए सभी अभिलेख भेज दिए गए हैं। उम्मीद है कि राज्यपाल के पहल से सरकार जल्द ही हाईकोर्ट में अपना जवाब दाखिल कर छात्रसंघ चुनाव कराने की कोशिश करेगी।