- आढ़तें बंद होने से सप्लाई चेन हो रही प्रभावित

- न सुधरे हालात तो हो जाएगा राशन का संकट

LUCKNOW साप्ताहिक बंदी दो दिन और बढ़ गई है। ऐसे में जिम्मेदारों को मोहल्लों तक जरूरी राशन और तेल-घी आदि की सप्लाई चेन दुरुस्त करने के बारे में सोचना होगा। दरअसल, लोगों तक राशन आपूर्ति का सबसे बड़ा जरिया स्थानीय मोहल्ले की दुकानें होती हैं। मोहल्ला दुकानदार राशन थोक मंडी से लाकर ही बेचता है, लेकिन आढ़तें बंद होने के कारण लोगों के बीच सप्लाई चेन बिगड़ने के आसार हो गए हैं।

छोटी दुकानों पर नहीं है सामान

पहले लोग दो दिन की ही बंदी मानकर चल रहे थे। इसे देखते हुए ही लोगों ने एक-दो दिन का राशन जमा कर लिया था। छोटे दुकानदार भी माल नहीं जमा कर पाए और अतिरिक्त साप्ताहिक बंदी बढ़ा दी गई। इससे दुकानों पर रखा माल बीच में बिक गया। अब छोटे और मझोले कारोबारियों के पास माल नहीं है। इससे दिहाड़ी मजूदर या फिर दैनिक खरीदारी करने वाले लोगों के समक्ष दिक्कतें खड़ी हो रही हैं।

कोट

सख्त लॉकडाउन की जरूरत है लेकिन लोगों तक राशन पहुंचना चाहिए। अचानक बंदी होने से छोटे दुकानदार राशन नहीं ले पाए हैं। आढ़त बंद है और लोग माल की डिमांड कर रहे हैं। सप्लाई चेन दुरुस्त करने की जरूरत है, जिससे लोगों की जरूरतें पूरी हो सकें।

भारत भूषण गुप्ता, अध्यक्ष, लखनऊ दाल एवं मिलर्स एसोसिएशन

बंदी के कारण थोक दुकानों से माल नहीं आ पा रहा है। दुकानों का स्टाक खत्म हो रहा है। माल की उपलब्धता नहीं है। सप्लाई चेन दुरुस्त किया जाना जरूरी है। साथ ही राशन की दुकानों के लिए समयावधि तय की जाए, जिससे आमजनों को परेशानी न हो।

अमित जायसवाल, फुटकर कारोबारी

अभी ऐसी सूचनाएं संज्ञान में नहीं आई हैं। आवश्यक खाद्यान्न सामग्री को रोके जाने जैसी बात नहीं है। राशन की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। सप्लाई चेन ठीक रखने को सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

विश्वभूषण मिश्र, एडीएम ट्रांसगोमती