- फॉरेंसिक जांच में सामने आया सच, चार बदमाश गिरफ्तार

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LUCKNOW :

मुख्तार अंसारी के करीब और रेलवे ठेकेदार सुरेंद्र कालिया ने सरकारी गनर के लिए अपने ऊपर जानलेवा हमला कराया था। आलमबाग पुलिस ने इसका खुलासा करते हमले में शामिल चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। हालांकि सुरेंद्र समेत चार बदमाश फरार होने में कामयाब हो गए। पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों के पास से 9 एमएम और .32 बोर की पिस्टल समेत सफारी स्ट्रोम गाड़ी भी बरामद की है जिससे सवार होकर बदमाश घटनास्थल पर पहुंचे थे।

यह था मामला

हरदोई के कछौना जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र कालिया कृष्णा नगर के बरिगवां कानपुर रोड में रहता है। वह रेलवे की ठेकेदारी करता है। 14 जुलाई को सुरेंद्र ने आलमबाग पुलिस को सूचना दी कि उस पर जानलेवा हमला हुआ। शूटरों ने करीब 13 राउंड गोलियां चलाई। बुलेटप्रूफ गाड़ी होने के चलते उसकी जान बच गई लेकिन उसका प्राइवेट गनर एटा निवासी रामरूप यादव घायल हो गया। पुलिस को शुरुआती जांच में ही हमले के पीछे साजिश की आशंका थी। उस समय आलमबाग पुलिस ने उसकी तहरीर पर पूर्व सांसद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू की थी।

रेलवे कांट्रेक्ट की बात झूठी

घटना के बाद सुरेंद्र ने पुलिस को बताया था कि उसने जौनपुर के जफराबाद रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण का ठेका लिया है। जिसमें डीडी आहूजा पार्टनर है। पूर्व सांसद उसे ठेका से हटने की धमकी दे रहे थे। उन्होंने ही जानलेवा हमला कराया। इस बयान पर पुलिस जांच शुरू की। इंस्पेक्टर आलमबाग प्रदीप सिंह ने बताया कि उसकी यह कहानी फर्जी निकली।

खुद दी थी सूचना

एसीपी आलमबाग लाल प्रताप सिंह ने बताया कि सुरेंद्र कालिया ने 14 जुलाई रात 7.28 बजे पुलिस सूचना थी कि आलमबाग स्थित अजंता हॉस्पिटल के बाहर उसके ऊपर हमला हुआ। पुलिस को वहां से 13 खोखे मिले, जिन्हें दो असलहे से चलाया गया था। पकड़े गए यशवेंद्र ने बताया कि सुरेंद्र ने उसे और उसके साथियों को अंजता हॉस्पिटल पहुंचने की पहले ही सूचना दी थी।

कालिया, शूटर समेत चार फरार

आलमबाग पुलिस और डीसीपी सेंट्रल की सर्विलांस टीम ने बताया कि फर्जी हमले के मामले में बड़ा बरहा आलमबाग निवासी यशवेंद्र सिंह उर्फ युश, छोटा बरहा निवासी सचिन शुक्ला, रायबरेली निवासी आशीष कुमार द्विवेदी, जेल रोड आलमबाग निवासी सुल्तान अली को गिरफ्तार किया है। वहीं सुरेन्द्र कालिया, सुमित सिंह, दो अज्ञात और गाड़ी पर फायर करने वाला शूटर फरार हैं। पकड़े गए आरोपियों के पास से देशी 9 एमएम की पिस्टल, 32 बोर की पिस्टल, तमंचा, बुलेट समेत सफारी गाड़ी बरामद हुई है।

शूटर को बचाने के लिए लगाई फील्डिंग

पकड़े गए यशवेंद्र ने पुलिस को बताया कि साजिश के तहत वह अपने साथियों के साथ गाड़ी से वहां पहुंचा। एक शूटर को सुरेंद्र की गाड़ी पर फायर करना था। फायर करने के बाद उसे बाइक से दूसरा साथी भगाने के लिए तैयार था। तय किया गया था कि कोई अगर शूटर को पकड़ने की कोशिश करे तो सफारी में बैठे बदमाश फायरिंग कर उसे बचा लें।

गाड़ी में मारी गई थी 9 गोलियां

आलमबाग पुलिस के अनुसार घटना के एक सप्ताह पहले सुरेंद्र के आशियाना स्थित घर में पूरी योजना बनाई गई थी। सुरेंद्र कालिया को कोई नुकसान न हो इसके लिए गाड़ी पर 9 गोलियां दागी गई थीं। जिससे चेक हो कि गोलियां गाड़ी को भेद तो नहीं रही हैं। घटना वाले दिन 14 जुलाई को शूटर ने गाड़ी में चार राउंड फायर किए। फॉरेंसिक जांच में पता चला कि ये फायर ऊपर से नीचे की ओर किए गए। सुरेंद्र सीट पर बैठा था और गाड़ी के शीशे पर गोली नहीं चलाई गई। जांच में पता चला कि गाड़ी में बुलेट के नौ वार पहले के थे।